बदलता स्वरूप गोण्डा। देवीपाटन मंडल मुक्ति मोर्चा के गोण्डा व कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र की प्रत्याशी अरुणिमा पाण्डेय ने कहा है कि आजादी के बाद पिछले 75 सालों से देवीपाटन मंडल में कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र की सर्वाधिक उपेक्षा हुई है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से दिग्गज व राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने प्रतिनिधित्व किया लेकिन यहां की समस्याओं को हल करने का गंभीरता से प्रयास नही किया। अरुणिमा पाण्डेय बुधवार को कलेक्ट्रेट में कैसरगंज सीट से नामांकन करने के बाद कचेहरी में मौजूद अधिवक्ताओं व नागरिकों से मुखातिब थी। प्रत्याशी श्रीमती पाण्डेय ने कहा कि कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र का विधान सभा कैसरगंज करनैलगंज कटरा बाजार व तरबगंज क्षेत्र घाघरा सरयू और टेंंढी नदियों के दो आब में बसा है। यहां के मांझा क्षेत्र में सैकड़ों ग्राम बरसात में बाढ़ में डूब जाते हैं। किसानों की फसल नष्ट हो जाती है। यहां बने बांध सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। पूरे क्षेत्र में एक भी सरकारी डिग्री कालेज तकनीकी संस्थान एवं बालिकाओं के लिए उच्च विद्यालय नहीं हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार के अभाव में यहां के भारी संख्या में युवा दिल्ली गुजरात के सूरत महाराष्ट्र के मुम्बई व पंजाब के जालंधर व लुधियाना में अपने परिवार से दूर बड़ी विकट परिस्थितियों में मजदूरी करते देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजी दिलाना बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा व महिलाओं का उत्पीड़न रोकने का संकल्प लेकर ही वह दोनों सीटों से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने चुनाव में लोगो से समर्थन व सहयोग देने का अनुरोध किया। इस मौके पर प्रत्याशी के प्रतिनिधि राजकुमार पाण्डेय ने नामांकन में सहयोग देने के लिए देवनाथ मिश्र, शैलेन्द्र मिश्र, आदर्श, के के मिश्र के प्रति आभार व्यक्त किया है।
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