भाजपा जिला मीडिया प्रभारी डीपी सिंह ने की चुनाव अधिकारी से की शिकायत
बलरामपुर। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में कार्यरत लिपिक सुशील कुमार द्वारा सरकार के खिलाफ जातीय भेदभाव फैलाने तथा दलित बाल्मीकि समाज का तिरस्कार करने का आरोप लगाते हुए प्रोपोगंडा करते हैं। चुनाव आयोग एवं कर्मचारी आचरण का उल्लंघन करते हुए सभासद प्रत्याशी का विभिन्न माध्यमों तथा व्यक्तिगत रूप से चुनाव प्रचार करने के संबंध में बवाल मचा हुआ है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग बलरामपुर में लिपिक के पद पर कार्यरत सुशील कुमार सोशल मीडिया के माध्यम से वाल्मीकि समाज को भड़का कर समाज में विद्वेष की भावना फैला रहे हैं जिससे समाज में विविध भावनाओं को जन्म देकर नफरत की भावना पैदा हो सकती है जिससे अशोभनीय एवं अनैतिक विद्रोह की भावना जन्म ले सकती है ।प्राप्त जानकारी के अनुसार लिपिक सुशील कुमार नगर निकाय चुनाव में नगर पालिका ग दुरावा बलरामपुर दक्षिणी वार्ड नंबर आठ की निर्दल सभासद प्रत्याशी रूबी जो सपा नेता मोहम्मद रईस की भाभी है का चुनाव प्रचार खुलकर कर रहे हैं सुशील कुमार प्रत्याशी के पक्ष में वोटरों को लुभाने के लिए निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों एवं नियमों को ताक पर रखकर व्यक्तिगत रूप से खुलकर जिताने की बात कर रहे हैं । प्राप्त जानकारी के अनुसार वोटरों को पैसा भी बांट रहे हैं।
डीपी सिंह मीडिया प्रभारी भाजपा से प्राप्त जानकारी के अनुसार लिपिक सुशील कुमार सभासद प्रत्याशी रूबी जिनका चुनाव निशान किताब है पर मोहर लगाकर जिताने की बात कर रहे हैं क्योंकि सुशील कुमार समाज कल्याण विभाग में लिपिक के पद पर से लगभग 7 वर्षों से होने के नाते मदरसा शिक्षकों और कर्मचारियों की आवश्यकता उनसे पढ़ती रहती है इसलिए उन कर्मचारियों और शिक्षकों के ऊपर नाजायज दबाव डालकर के तथा उनके रिश्तेदारों पर भी पता करके दबाव डालते हैं और वोट देने की बात कह रहे हैं पता चला है कि सुशील कुमार उपरोक्त विभाग में एक ही पटल पर कई वर्षों से कार्यरत होने के कारण संबंधित वोटरों और उनके रिश्तेदारों को उनके मनोभाव के विरुद्ध दबाव डाल रहे हैं ।यह भी पता चला है कि जो शिक्षक कर्मचारी या उनके रिश्तेदार वोट नहीं देते हैं और रूबी हार जाती हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई करके नौकरी तबाह कर दूंगा। उन्होंने बताया की पूरे मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर व सुशील कुमार के सोशलमीडिया अकाउंट की जानकारी शेयर करके कार्यवाही करने की मांग की गई है ।