महेन्द्र कुमार उपाध्याय
बदलता स्वरूप अयोध्या।श्री गायत्री मंत्र के जप से मानव जीवन धन्य होता है।सभी भक्तों को गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। यह भगवान राम और सूर्य का उपासना है। अयोध्या में 100 करोड़ गायत्री जाप के आयोजन से जो भी राम भक्ति कार्यक्रम में शामिल है। उनका जीवन सफल हुआ है। उक्त बातें मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास महाराज ने कही दक्षिण भारत के राम भक्तों की ओर से अयोध्या मणिरामदास छावनी में पांच दिवसीय 100 करोड़ गायत्री मंत्र जप हवन यज्ञ का आयोजन हुआ। जिसमें 3000 हजार से भी अधिक रामभक्त शामिल रहे। कार्यक्रम के आयोजक स्वामी रामचंद्र मूर्ति जी महाराज की पावन अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें देश-विदेश से राम भक्त शामिल रहे। बताते चले कि गायत्री मंत्र जप और हवन यज्ञ से पूरा क्षेत्र भक्तिमई रहा। मनीरामदास छावनी में संत सम्मेलन का आयोजन हुआ। संत सम्मेलन में आए संतों ने अपने अमृत वचन प्रकट किय। सभी ने कहा कि राम की नगरी में गायत्री जप करने से मानव जीवन धन्य और पवित्र होता है। दक्षिण भारत से आए भक्तों ने गायत्री मंत्र जाप कर अपने जीवन को धन्य किया। संत सम्मेलन में शामिल सभी संतो महंतों का स्वामी रामचंद्र मूर्ति महाराज द्वारा अंग वस्त्र दक्षिणा देकर सभी का स्वागत सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में कुलकर्णी चंद्रशेखर जी ने सभी का स्वागत सम्मान किया और सभी के प्रति आभार व्यापित किया। कार्यक्रम का संचालन रामशरण दास महाराज ने किया। इस मौके पर महंत मैथिली रमन शरण, महंत मिथिलेश नंदनी शरण, महंत जनमेजशरण, महंत एमबीदास दास महंत अयोध्या दास आदि उपस्थित रहे।
