बदलता स्वरूप गोंडा। थाना परसपुर अंतर्गत 19 जुलाई 2024 को राजाटोला निवासी ओमप्रकाश सिंह को चुनावी रंजिश के चलते विपक्षीगणों ने धारदार हथियार से हमलाकर घायल कर दिया था। जिसकी अस्पताल ले जाते समय मृत्यु हो गयी थी। सूचना पर तत्काल पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा स्थानीय पुलिस बल के साथ घटलास्थल पर पहुॅचकर निरीक्षण किया गया। मृतक के शव के पंचायतनामा की कार्यवाही कर पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया गया। फील्ड यूनिट व डाॅग स्क्वायड को घटना स्थल पर बुलाकर साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गयी। मृतक के पत्नी श्रीमती नीलम सिंह की लिखित तहरीर पर थाना परसपुर में 04 नामजद व 01 अज्ञात अभियुक्त के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत हुआ था। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा घटना के शीघ्र सफल अनावरण हेतु क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन कर थानाध्यक्ष परसपुर को अभियुक्तों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे। जिसमें दिनांक 21.07.2024 को थाना परसपुर पुलिस टीम द्वारा हत्याभियुक्त धर्मवीर सिंह उर्फ चन्दन सिंह पुत्र उदयभान सिंह उर्फ लल्लन सिंह निवासी वार्ड न0 10 राजाटोला कस्बा परसपुर थाना परसपुर जनपद गोण्डा को पसका मोड़ के पास से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था तथा शेष अभियुक्तगण की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा था। दिनांक 22/23.07.2024 की रात्रि थाना परसपुर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर खास की सूचना पर अभियुक्त रोहित सिंह उर्फ बाबा की गिरफ्तारी हेतु बहुरीगंज रोड के पास घेराबन्दी की गयी थी। गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्त द्वारा पुलिस पार्टी पर फायर किया जाने लगा। पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ फायर किये जाने पर आरोपी अभियुक्त रोहित सिंह उर्फ बाबा के बाये पैर पर गोली लगी। जिससे व घायल होकर गिर गया। जिसे उपचार हेतु जिला अस्पताल गोण्डा में भर्ती कराया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से 0 अवैध तमंचा 315 बोर मय 01 खोखा व 01 मिस कारतूस व 01 बिना नम्बर प्लेट की मोटरसाईकिल बरामद किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना परसपुर पुलिस द्वारा अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि अभियुक्त उदयभान सिंह उर्फ लल्लन व मृतक ओमप्रकाश द्वारा 2023 मे सभासद का चुनाव लड़ा गया था। चुनाव उपरान्त इन दोनो के मध्य मारपीट हुई थी। उसी चुनावी रंजिश के चलते अभियुक्त उदयभान सिंह उर्फ लल्लन सिंह अपने बेटों व रोहित सिंह उर्फ बाबा के साथ मिलकर षडयंत्रपूर्वक उक्त घटना को कारित किया था।
