नौजवान विकसित भारत और खुशहाल भारत के निर्माण में योगदान दें-नवीन जिंदल

महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या। कामता प्रसाद सुन्दरलाल साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय अयोध्या के 74 वे स्थापना दिवस पर 108 फीट गगनचुंबी स्तंभ पर राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल के द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैंने अमेरिकियों को अपने देश के झंडे के प्रति दीवानगी देखी है। मुझे 1990 में नेशनल फ्लैग कोड के उल्लंघन पर राजगढ़ में अपनी फैक्ट्री में इस तिरंगे को फहराने से रोक दिया गया था। फ्लैग कोड के अनुसार केवल राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त, 26 जनवरी पर ही राष्ट्रीय ध्वज फहराया जा सकता था। मैंने उसी दिन संकल्प लिया कि अब यह तिरंगा हर दिन, हर घर-घर फहराऊंगा और एक एक भारतीयो के दिल पर तिरंगा लाऊंगा। संयोगवस नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के दिन 23 जनवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19(1) क में प्रत्येक भारतीय को प्राप्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, के मौलिक अधिकार के अंतर्गत प्रत्येक भारतीय को तिरंगा फहराने का अधिकार प्रदान किया गया। जो मेरे लिए गर्व की बात रही कि मैं नियमित अपने घर, ऑफिस, फैक्ट्री पर तिरंगा फहराता हूं। हर सुबह मैं अपने जैकेट पर इस तिरंगे पिन को धारण करता हूं, जिससे मुझे अपने उत्तरदायित्व और राष्ट्र के प्रति समर्पण का बोध होता है। आज गरीबी, भूख, शिक्षा, पेयजल, पर्यावरण विनाश, शोषण, कुपोषण, प्रदूषण और आतंकवाद जैसे महाभारत चल रहे है । मैं अपने नौजवान भाइयों – बहनों से अपेक्षा करता हूं कि इस महाभारत को जीतने में, विकसित भारत के निर्माण में, खुशहाल भारत के निर्माण में अपना योगदान दे। देश में रामराज्य स्थापित करने का समर्थ अयोध्या से मिल सकता है। यह संपूर्ण जिम्मेदारी अयोध्या वासी के कंधों पर है। तिरंगा हमारी राष्ट्रीय विकास और एकता का प्रतीक है यह हमें प्रेरणा देता है कि आजादी हमारे पूर्वजों के लंबे संघर्ष और बलिदान के बाद मिली। तिरंगा हमारी संप्रभुता ,एकता का प्रतीक है। किसी देश का ध्वज यह संकेत देता है कि उसके नीचे विभेद समाप्त हो जाते हैं। अमीर-गरीब, पुरुष-महिला, किसान, कामगार, सेना के जवान ,विद्वान का विभेद मिट जाते हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो अभय कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही गौरव का पल है। आज हम सभी अपने बीच देश के महान विभूति को पाकर, हमारा महाविद्यालय परिवार गौरवान्वित हुआ है, जिन्होंने इस राष्ट्रीय ध्वज को प्रत्येक घर पर, प्रत्येक ऑफिस में और प्रत्येक भारतीय को किसी भी दिन कहीं भी तिरंगा फहराने का अधिकार दिलाया। मैं उनको अपने बीच में पाकर प्रसन्नता व्यक्त करता हूँ। प्रबंध समिति के अध्यक्ष दीप कृष्ण वर्मा ने मुख्य अतिथि सांसद नवीन जिंदल और राष्ट्रीय फ्लैग समिति के असीम कोहली को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित करते हुए आभार ज्ञापित किया और साथ ही मुख्य अतिथि से महाविद्यालय को पूर्ण सहयोग और श्री अयोध्या की धरती पर पुनः आगमन के लिए आग्रह किया। महाविद्यालय के इस स्थापना दिवस समारोह में राजा मोहन गर्ल्स डिग्री कॉलेज की प्राचार्य प्रो मंजूषा मिश्रा, शहर के अनेक गणमान्य व्यक्तियो के साथ-साथ महाविद्यालय के मुख्य निंयता प्रो० अशोक कुमार मिश्र, छात्र कल्याण अधिकारी प्रो अमूल्य कुमार सिंह, प्रो अंजनी कुमार सिंह, प्रो प्रणय कुमार त्रिपाठी, प्रो पवन कुमार सिंह, प्रो० फौज़दार यादव, प्रो० अशोक कुमार राय, प्रो आशुतोष त्रिपाठी, प्रो आशीष प्रताप सिंह, प्रो शिव कुमार तिवारी, प्रो अभिषेक दत्त त्रिपाठी, प्रो० वंदना जायसवाल, प्रो० कविता सिंह, प्रो उपमा वर्मा, प्रो प्रतिभा सिंह, प्रो सत्य प्रकाश गुप्त, डा उमापति, डा मनीष कुमार सिंह, डॉ०अविनाश तिवारी, डा पुनीता श्रीवास्तव, डा सरला शुक्ला, डाअनुपमा, डा अवधेश शुक्ला, डा समरेंद्र बहादुर सिंह, डा हरनाम सिंह , डा नागेंद्र प्रताप सिंह, डा सतेन्द्र तिवारी, डा संदीप सहित अन्य गणमान्य प्राध्यापक-प्राध्यापिकायें उपस्थिति थे। इस कार्यक्रम का संचालन प्रो आशुतोष सिंह ने किया। अन्त में संगीत विभाग के डॉ सुमधुर शास्त्री द्वारा वंदेमातरम गीत के गायन के पश्चात् कार्यक्रम का समापन हुआ।