बदलता स्वरूप गोण्डा। जिला ग्रामोद्योग अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड द्वारा मिट्टी के खिलौने मूर्तियां आदि को बनाकर जीवनोपार्जन करने वाले कुम्हार समाज के परंपरागत कारीगरों को भविष्य में आधुनिकता से जोड़ने के उद्देश्य से निशुल्क विद्युत चालित चाक मशीन उपलब्ध कराया जाना है जिसमें माटी कला से जुड़े कारीगरों व शिल्पियों को जिनकी उम्र 18 वर्ष से 55 वर्षों तथा स्वरोजगार में रुचि रखने वाले शिक्षित बेरोजगार महिला एवं पुरुष अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निशुल्क विद्युत चालित चाक उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गई है। निशुल्क विद्युत चलित चाक प्राप्त करने हेतु इच्छुक कारीगर व शिल्पी के व्यक्ति ऑनलाइन पोर्टल पर आवश्यक अभिलेख जैसे कि आधार कार्ड, शैक्षिक योग्यता, फोटोग्राफ निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र अपलोड कर आवेदन कर सकते हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए किसी भी कार्य दिवस में जिला ग्रामोद्योग कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।