गोंडा। पर्यावरणविद संतोष बाजपेई ने एक वैवाहिक समारोह में पहुंचकर जयमाल के बाद वर वधु से पौधारोपण कराया। बताते चलें कि बेतवा निवासी लल्लू प्रसाद जायसवाल की बेटी विन्द्रा जायसवाल की शादी समारोह में पहुंचकर पर्यावरणविद संतोष बाजपेई ने परिणयसूत्र में बंधे श्रीचन्द्र जायसवाल व बिंद्रा जायसवाल से जयमाल होने के उपरांत आम का पौधा मिट्टी के गमले में बेतवा गांव में रोपित कराया और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाया। इस परिणय पौध को उपयुक्त स्थान पर रोपित कर हर तीन महीने में सेल्फी भेजनी होती है। श्री बाजपेयी ने कहा कि अब लोग अपने शुभ दिनों पर पौधरोपण करने के अभियान में शामिल होने लगे हैं। रिस्तेदार तथा उपस्थित सभी लोगों ने भी अपने बच्चों के शुभ अवसरों पर पौध रोपित करने का संकल्प लिया। सन्तोष बाजपेयी लोगों को जन्म दिन शादी के समय शुभ अवसरों पर पौध लगाने का अभियान चला रहे हैं। अब वृक्षारोपण संस्कार के रूप में अपनाया जाने लगा, यही सपना वृक्ष मित्र नाम से मशहूर सन्तोष बाजपेयी का सपना साकार हो रहा है। 3 जून 1990 से जीवन बचाओ आंदोलन सन्तोष कुमार बाजपेयी के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है, मानव में हीन हो रही पर्यावरण संवेदना को समाज के प्रत्येक नागरिक में जाग्रत करना उनका लक्ष्य है। 30 जून 2001 को अपनी शादी के अवसर पर परिणय पौध की शुरुवात श्री बाजपे्यी ने की थी। अब हर शादी के अवसर पर वर कन्या से लगवाते हैं परिणय पौध इन्हीं प्रयासों के लिए श्री बाजपेयी को 2002 का इन्दा प्रियदर्शनी वृक्ष मित्र राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। शादी समारोह में वर पक्ष कन्या पक्ष के लोग गोंडा के जीवन बचाओ आंदोलन के मडंल प्रभारी सुदीप जायसवाल
ने परिणय पौध की लगाने की संरचना की। दोनों पक्षों के लोगों ने इस परिणय पौध अभियान की सराहना की।
