दस हजार दिव्यांगों को कैंप से जोड़ने की तैयारी, ब्लाकवार मिली जिम्मेदारी
बदलता स्वरूप श्रावस्ती। दिव्यांगों को कृत्रिम अंग देने के लिए 15 से 20 मई को जिले में कृत्रिम अंग मेजरमेंट कैम्प का आयोजन होगा। यह कैंप प्रत्येक विकास खंड सभागार में आयोजित होगा। कैंप में दस हजार दिव्यांगों को लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसकी समीक्षा बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने किया। जिले में करीब बीस हजार से अधिक दिव्यांग है। उनकी कृत्रिम अंग देने के लिए जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र, एलिम्को कानपुर के सहयोग के कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण देने जा रहा है। इसके लिए जिले में पंद्रह से बीस मई के मध्य एसेसमेंट कैंप का आयोजन होगा। जहां दिव्यांगों को कृत्रिम अंग फिट करने के लिए उनके अंगों की नाप होगी। इस कैंप में करीब दस हजार दिव्यांगों को सीधे तौर पर लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए डीएम नेहा प्रकाश ने कलेक्ट्रेट सभागार में तैयारी की समीक्षा किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि कैंप प्रभारी के लिए नामित ए.डी.ओ पंचायत, खंड विकास अधिकारी व अन्य विभाग यह सुनिश्चित कर ले कि उनके क्षेत्र में कोई भी दिव्यांग लाभ से वंचित न होने पाए। यहीं कहीं सभी प्रधान व ग्राम सचिव को यह शपथ पत्र भी देना होगा कि अब उसके पंचायत में कोई भी दिव्यांग कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण के लिए शेष नहीं है। इस कैंप के बाद कोई भी दिव्यांग ऐसे उपकरण के लिए भटकना नहीं चाहिए। इसके साथ ही डीएम ने सभी एस.डी.एम व सी.एम.ओ को कैंप में एक अधिकारी व चिकित्सकों की टीम नामित करने का आदेश दिया है, ताकि प्रमाण पत्र से संबंधित सभी औपचारिकताएं मौके पर ही पूरी कर दी जाए। बैठक में मौजूद सी.डी.ओ अनुभव सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी यूनिसेफ के साथ अन्य संस्थाओं से संपर्क कर कैंप में ज्यादा से ज्यादा दिव्यांगों को लाए। सभी ग्राम पंचायत सहायक भी यह सुनिश्चित करें की कोई दिव्यांग जानकारी के अभाव में छूटने न पाए।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी भिनगा आशुतोष, उपजिलाधिकारी जमुनहा पी.के. राय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एस.पी. तिवारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी गौरव खड़ायत, रेडक्रास सोसायटी के सभापति अरूण कुमार मिश्र, जिला पंचायत राज अधिकारी सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त ए.डी.ओ पंचायत सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।