डीएम ने लू से बचाव हेतु जनपद वासियों से की अपील

बदलता स्वरूप श्रावस्ती। जनपद में जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने लू से बचाव हेतु जनपद वासियों से अपील किया है। जिसमें उन्होने कहा कि लू के प्रभाव को गम्भीरता से लेना चाहिए तथा इससे बचाव हेतु विशेष सावधानी रखना चाहिए। बदलते मौसम में तेज गर्म हवाएं यानी लू लगने पर शरीर की कार्य प्रणाली प्रभावित होती है। गंभीर स्थिति में उसकी मृत्यु भी हो सकती है। इसके प्रभाव को कम करने व इससे बचाव के लिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस मौसम में उच्च जोखिम वाले समूह खास कर बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती व हृदय रोगी को खान-पान व रहन-सहन पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने बताया कि सामान्यतः लू के लक्षण जैसे-सिरदर्द, बुखार, उल्टी, अत्यधिक पसीना एवं बेहोशी आना, कमजोरी महसूस होना, शरीर में ऐंठन, नब्ज असामान्य होना आदि हो सकते है। उन्होने बताया कि लू के लक्षण दिखने पर व्यक्ति को छायादार जगह पर लिटायें, व्यक्ति के कपड़े ढ़ीले करें, उसे पेय पदार्थ कच्चे आम का पना आदि पिलायें, तापमान घटाने के लिए ठंडे पानी की पट्टियां रखें, प्रभावित व्यक्ति को तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाकर चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें। वहीं उन्होने बताया कि लू से बचाव हेतु घर से बाहर निकलने से पहले भरपेट पानी अवश्य पियें, सूती, ढीले एवं आरामदायक कपड़े पहनना चाहिए। धूप में निकलते समय अपना सिर ढंककर रखें, टोपी,कपड़ा,छतरी आदि का उपयोग करें। पानी, छाछ, ओ.आर.एस का घोल या घर में बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नींबू पानी, आम का पना, इत्यादि का सेवन करें। भरपेट ताजा भोजन करके ही घर से निकलें, धूप में अधिक न निकलें,लू से बचाव हेतु धूप में खाली पेट न निकलें, पानी हमेशा साथ में रखें, शरीर में पानी की कमी न होने दें, धूप में निकलने के पूर्व तरल पदार्थ का सेवन करें, मिर्च मसाले युक्त एवं बासी भोजन न करें, बुखार या एयर कंडीशन से धूप में एकदम न निकले, धूप में अधिक न निकलें।