बदलता स्वरूप गोण्डा। प्रदेश को बाल श्रम से मुक्त करने हेतु प्रस्तावित राज्य स्तरीय कार्य योजना के क्रम में बाल श्रम उन्मूलन हेतु मण्डलीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री जी ने अगले 05 वर्षों में प्रदेश को बाल श्रम से मुक्त करने हेतु राज्य स्तरीय कार्ययोजना बनाने हेतु निर्देशित किया है, इसमें चरणबद्ध तरीके से ग्राम पंचायतों एवं शहरी वार्डो को बाल श्रम से मुक्त किया जायेगा। इस हेतु श्रम विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायतराज विभाग, कौशल विकास विभाग तथा ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता विभाग मिलकर बाल हितैषी ग्राम पंचायतों का गठन करेंगे। बाल हितैषी ग्राम पंचायतों का गठन करने हेतु मिशन वात्सल्य का शुभारम्भ किया गया है, इसके अन्तर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में बाल संरक्षण एवं बाल विकास विषयों पर ग्राम पंचायतों को जागरूक किया जायेगा जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बाल श्रम की रोकथाम हो सके तथा अधिक-से-अधिक बच्चे स्कूलों में पंजीकृत हो सकें तथा अपनी शिक्षा जारी रख सकें।
कार्यक्रम का उद्घाटन अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज तथा उपश्रमायुक्त अनुभव वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया। अपर पुलिस अधीक्षक ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार के योजनानुसार प्रत्येक बच्चे को संपूर्ण विकास का अधिकार है तथा इस हेतु प्रत्येक विभाग साझा प्रयास करके बच्चे का सम्पूर्ण विकास कर सकते हैं तथा बच्चे को बाल श्रम से मुक्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चा या तो परिवार के पास रहे या स्कूल में रहे यह बिल्कुल सामान्य सिद्धांत है, यदि इस सिद्धांत को मूल रूप से अपना लिया जाये तो बाल श्रम का उन्मूलन हो सकता है। उपश्रमायुक्त अनुभव वर्मा ने कहा कि श्रम विभाग, देवीपाटन मण्डल में बाल श्रम उन्मूलन हेतु लगातार प्रयासरत है तथा बाल श्रम के प्रति लगातार जन जागरूकता का कार्यक्रम तथा बचाव अभियान संचालित कर रहा है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में देवीपाटन मंडल में खतरनाक श्रेणी में बाल श्रम कर रहे 93 बच्चों को अवमुक्त कराया गया है और गैर खतरनाक श्रेणी में बाल श्रम करा रहे 154 बच्चों के नियोजन को नोटिस जारी की गयी है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में देवीपाटन मण्डल में बाल श्रम उन्मूलन के लिए 100 ग्राम पंचायत में बाल श्रम जन-जागरण कार्यक्रम लगातार चलाया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला पंचायतराज अधिकारी, बाल कल्याण समिति, श्रम विभाग के अधिकारी, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग कौशल विकास विभाग, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा यूनिसेफ एवं अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के प्रतिनिधि सलीम खान ने किया।
