बदलता स्वरूप बलरामपुर। ग्रीष्मावकाश शुरू होने से पहले शुक्रवार को वात्सल्य पब्लिक स्कूल में पक्षियों को बचाने के लिए विद्यालय की छत पर एवं विद्यालय की बालकनी में बहुत सारे छोटे-छोटे मिट्टी के बर्तनों को छात्रों द्वारा रखा गया।जिसमें पक्षियों के खाने के लिए दाने एवं पीने के लिए पानी रख कर के पक्षियों के जीवन को बचाने की नई मुहिम की शुरुआत की। ग्रीष्म काल के अवकाश के दौरान धूप और तेज गर्मी से पक्षियों की मृत्यु हो जाती है उन्हें बचाने की मुहिम विद्यालय के सभी बच्चों द्वारा की गई है। विद्यालय के पुनः खुलने तक प्रतिदिन इसमें पानी भरने की जिम्मेदारी विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं प्रतिदिन एक शिक्षक को दिया गया है जिससे कोई भी पक्षी प्यास से जीवन खत्म न हो जाए, इस मुहिम का विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ आशुतोष शुक्ला ने स्वागत किया और बताया कि छोटे-छोटे बच्चों के मन में जिस आत्मीयता से पक्षियों के लिए प्रेम है उससे इन बच्चों में जीव व जीवन सेवा एवं समाज सेवा के बीज बचपन से ही अपने आप उत्पन्न हो रहे हैं। इन कार्यों के लिए उनके अभिभावक एवं उनके शिक्षक शिक्षिकाएं बधाई के पात्र हैं। जो बच्चों के इस तरह के सुंदर विचारों के अंकुरो का रोपण कर रहे है। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका हैं सोनाली तिवारी, जया, शिखा सिंह एवं अनुष्का पांडे ने भी हर कक्षा में जाकर के बच्चों को इस ग्रीष्म काल में पक्षियों की सेवा के लिए शपथ दिलाई।
