बदलता स्वरूप अयोध्या। किसान दिवस मजाक बन गया है जब से कोविड 19 का शुभारंभ हुआ अधिकारीगण किसान दिवस में नहीं आते। अन्य जनपदों में किसान दिवस चलते रहे परंतु अयोध्या में किसान दिवस अधिकारियों ने नहीं चलाया। जबकि अधिकारीगण वही बराबर बैठकें करते रहे। दिनांक 17 मई को हुए किसान दिवस में जिला अधिकारी अयोध्या नहीं आए जिससे तमाम विभागों के अधिकारी नहीं आए। किसानों की आय दोगुनी करने की चर्चा कभी नहीं होती, आम किसान अपनी समस्या नहीं कह सकता कुछ कथित किसान नेता सिर्फ अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए नाली नाब दान की समस्या व व्यक्तिगत मुद्दों पर चर्चा करते हैं। प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री की गाय सुरक्षा के नाम पर गौशाला संचालकों द्वारा प्रधानों से मिल काफी बंदरबांट किया गया है। गोवंश को गौशाला में बंद करने की बात तो की जाती है परंतु राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य सड़कों पर साड़ों का खुद गवाही देते हैं। पशु चिकित्सालय में दवाओं का अभाव रहता है पशु व मानव के लाश के ले जाने वाले एंबुलेंस फोन नहीं उठाते। पशु केसीसी व कृषि केसीसी में बैंक मैनेजर अवसर तलाशते हैं तथा मनमाना ब्याज 11.5% तक वसूलते हैं जब जिले के मुखिया ही किसान दिवस से बचते हैं किसान सदैव सताया जाता रहेगा। मसौधा मील गन्ना मूल्य भुगतान में पीछे रहता है कोई कार्यवाही नहीं होता आज की बैठक में मुख्य रूप से नरेंद्र कुमार तिवारी शिव प्रसाद पांडे मंगल श्रीवास्तव रामप्रसाद राम जी राजकुमार संजय सहित लगभग सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
