परमहंस आश्रम में विश्व कल्याण के लिए शुरू हुई रामचरितमानस का नवाह पारायण

अयोध्या सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया के साथ पूरे विश्व के कल्याण और शांति स्थापित करने के लिए परिक्रमा मार्ग वासुदेव घाट स्थित परमहंस आश्रम में श्री श्री 1008 रामानंद दास महाराज के संयोजन में श्री रामचरितमानस नवाह पारायण का पाठ मंगलवार को फाल्गुन मास को प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होकर 1 मार्च नवमी तिथि तक नवा मंडली जयपुर बड़हिया लखीसराय बिहार द्वारा दयाराम दास मानव सेवा ट्रस्ट के सचिव राम उजागर दास की संयोजकत्व में किया जा रहा है

राम उजागर दास ने बताया कि रामचरितमानस के पाठ और श्रवण से जगत का कल्याण होता है !इसलिए आश्रम में समय-समय पर मानस का नवाह पारायण पाठ किया जाता है जिससे विश्व में व्याप्त लड़ाई झगड़े में कभी आए प्रत्येक व्यक्ति मानवता के आधार पर अपने जीवन का निर्वाह करें! उन्होंने बताया कि रामचरितमानस एक ऐसा ग्रंथ है! जिसमें मनुष्य को मर्यादा में जीने की शिक्षा दी है वर्तमान समय में कुछ भ्रांतियां लोगों द्वारा पैदा की जा रही है जो निराधार है सबसे पहले प्रत्येक मनुष्य को मानस का श्रवण और पाठ करना चाहिए!और अपने जीवन में उतारना चाहिए क्योंकि रामचरितमानस जितना धार्मिक महत्व है उतना ही सामाजिक महत्व है!