बदलता स्वरूप गोंडा। नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक जल्द ही गोंडा में जिला प्रशासन के आंख कान के रूप में प्राकृतिक और मानव सृजित आपदा से लड़ने के लिए तैयार नजर आयेंगे। ये बात गोंडा नागरिक सुरक्षा के प्रभारी सहायक उपनियंत्रक मनोज वर्मा ने एक बैठक के दौरान कही।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश के नौ नगरों में नागरिक सुरक्षा विभाग की शुरुआत की मंजूरी प्रदान की है। इन नौ नगरों में से एक नगर गोंडा भी है। गोंडा के प्रभारी मनोज वर्मा ने बताया कि गोंडा में सिविल डिफेंस को सक्रिय करने के लिए नगर के अलग अलग स्थानों पर बैठके आयोजित की जा रही हैं। ऐसी ही एक बैठक शहर में स्थित कोचिंग में आयोजित की गई। जिसमे शहर के अनेको संभ्रांत गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया और नागरिक सुरक्षा कोर से जुड़ने का आश्वासन दिया। इस दौरान मनोज वर्मा ने नागरिक सुरक्षा के गठन, उद्देश्य और महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 1962 में बने नागरिक सुरक्षा का दायरा धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है। पहले जहां युद्ध से बचाव में ही नागरिक सुरक्षा की भागेदारी होती थी वहीं आज के समय में आपदा में भी नागरिक सुरक्षा की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक हर आपदा से निपटने में जिला प्रशासन का सहयोग करते है। वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक सुमित मौर्य ने कहा कि नगर में इस समय आम नागरिकों के साथ अलग अलग क्षेत्र में बैठके की जा रही हैं और नागरिक सुरक्षा की जानकारी प्रदान की जा रही है और आम नागरिकों को नागरिक सुरक्षा कोर से जोड़ने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। शहर के इच्छुक नागरिकों को नागरिक सुरक्षा में कार्य करने हेतु स्वयंसेवक (वार्डन) के रूप में भर्ती किया जाएगा और फिर गहन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। जिसके बाद नागरिक सुरक्षा के स्वयं सेवक जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन का सहयोग करते नजर आयेंगे। नगर के प्रस्तावित चीफ वार्डन डॉ राजेश कुमार सिंह ने भी सिविल डिफेंस से जुड़ने के लिए लोगो को प्रेरित किया।
इस अवसर पर बैठक के आयोजक दीपक सिंह ने ये आश्वासन दिया कि नगर गोंडा के सम्मानित व्यक्ति जो नागरिक सुरक्षा की आज की बैठक में भाग ले रहे हैं, वो आने वाले दिनों में नगर का नाम रोशन करते नजर आएंगे। साथ ही जो भी दायित्व सौंपा जाएगा उस पर निष्ठापूर्वक कार्य करेंगे और नागरिक सुरक्षा को मजबूती प्रदान करेंगे। नागरिक सुरक्षा की बैठक में भाग लेने वालो में मुख्य रूप से सहायक उपनियंत्रक सुमित मौर्य, मनोज वर्मा, आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव, डॉक्टर राजेश कुमार, दीपक सिंह, मुनाजिर आदि उपस्थित हुए।
Badalta Swaroop | बदलता स्वरुप Latest News & Information Portal