बदलता स्वरूप गोंडा। उत्तर प्रदेश शासन के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा लखनऊ में रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन्स सेंटर की स्थापना की गई है इसके संबंध में जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। चार साला में वैज्ञानिकों द्वारा रिमोट सेंसिंग (दूर संवेदन), जीआइएस (ग्लोबल इंफार्मेंशन सिस्टम ) एवं जीपीएस ( ग्लोबल पोजिशन सिस्टम ) तकनीक के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया गया कि इस तकनीक का उपयोग कृषि, राजस्व, भू-संचय, जल-संचय, प्राकृतिक आपदा, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, सिंचाई विभाग, जल निगम, नलकूप, सड़क, वन में किया जाता है। भुवन पोर्टल पर भी जाकर इस संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके अतिरिक्त लिडार तकनीक के बारे में भी जानकारी दी गई। नेशनल सेन्टर ऑफ जियोइन्फारमेटिक्स (एनसीओजी) वेब पोर्टल के माध्यम से विभिन्न विभागों के डाटाबेस के संबंध में बताया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी जनपद में किए जा रहे विकास व निर्माण कार्यों की मैपिंग करते हुए उनको संबंधित पोर्टल पर दर्ज करें। कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी एम. अरुन्मोली, समस्त उपजिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० रश्मि वर्मा, जिला विकास अधिकारी दिनकर विद्यार्थी, डीएसटीओ अरूण कुमार सिंह, सहित अन्य संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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