बदलता स्वरूप बस्ती। गायत्री शक्तिपीठ बस्ती मंदिर प्रांगण में गायत्री जयंती का पावन पर्व गायत्री मंत्र के अखंड जाप से प्रारंभ होकर यज्ञ एवं विविध संस्कारों के साथ संपन्न हुआ। मंगलवार दिन में 3:00 बजे से संगीत, उद्बोधन द्वारा पर्व की प्रेरणाओं को उपस्थित जनमानस को अवगत कराया गया। मुख्य अतिथि आर० के० भारद्धाज पुलिस उपमहानिरीक्षक बस्ती परिक्षेत्र का स्वागत संस्थापक ट्रस्टी रामचंद्र शुक्ल ने माल्यार्पण और अंग वस्त्र पहनाकर किया। आर० के० भारद्धाज ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति विराट और महान है। विदेशी शासकों ने इसे दूषित एवं विकृत करने का बड़ा प्रयास किया किंतु वे सफल ना हो सके। विदेशी शासकों ने भारतीय संस्कृत के विचारों को बदलने एवं तोड़फोड़ करने के लिए यहां के आर्य ग्रंथों में भी मिलावट किया परंतु जनमानस के अंतराल में इसके जन जीवन के प्रत्येक क्रियाकलापों में ईश्वर के प्रति अगाध श्रद्धा होने के कारण हमारी संस्कृति अछूण्य बनी है और बनी रहेगी। अपनी धार्मिक क्रियाकलापों में श्रद्धा पूर्वक हमे सपरिवार सहयोग करने का संकल्प लेना चाहिए। आमजनमानस को विशिष्ट वक्ता राजेंद्र नाथ तिवारी, अनिरुद्ध तिवारी, अंकुर वर्मा एवं नेहा वर्मा नगर पालिका अध्यक्ष ने भी संबोधित किया और कहा कि भारतीय संस्कृति की धरोहर को गायत्री शक्तिपीठ द्वारा पोषित एवं संवर्धित करने का भगीरथ प्रयास बताया। गायत्री ज्ञान गंगा एवं गंगावतरण की प्रेरणाओ का सभी वक्ताओं ने व्यवहारिक मार्गदर्शन किया। पर्व पूजन, दीप यज्ञ का संचालन कपिल देव मित्र एवं श्याम पांडेय ने किया। सभी कार्यकर्ता भाई बहनों ने श्रद्धा पूर्वक विवेक शीलता के इस पावन पर्व पर सहयोग किया। मुख्य जजमान में सत्यनारायण सिंह सपत्नीक रहे। गायत्री शक्तिपीठ के वरिष्ठ परिव्राजक/ट्रस्टी राम प्रसाद त्रिपाठी ने बताया की सामूहिक सहभोज में लगभग 500 व्यक्तियों ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जगदम्बिका पांडेय,सर्वेश श्रीवास्तव, के के पांडे, विशाल, प्रभाकर, महेश्वरानंद, शिवम्, श्रवण कुमार, राजकुमार सहित तमाम कार्यकर्ताओ ने सहयोग किया।
