बदलता स्वरूप गोंडा। नवीनतम केंद्रीय बजट मध्यम वर्ग के भारतीयों की गंभीर चिंताओं को दूर करने में विफल रहा है। अर्थव्यवस्था की रीढ़ होने के बावजूद मध्यम वर्ग उपेक्षित किया गया है। उक्त विचार कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार कुर्सी बचाने के लिए बिहार और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों को अधिक लाभ पहुंचाकर अन्य प्रदेशों से सौतेला व्यवहार दिखाकर खुलेआम अपना स्वार्थ साध रही है।जीवन-यापन की बढ़ती लागत, स्थिर वेतन, स्वास्थ्य और शिक्षा में कोई राहत नहीं। इसके बजाय, बजट बड़ी परियोजनाओं और कॉर्पोरेट कर कटौती पर केंद्रित है, जिससे अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ती है। हम सरकार से मध्यमवर्गीय और गरीबों की प्राथमिकताओं पर पुनर्विचार करने और उनकी दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं पर राहत प्रदान करने की मांग करते हैं। तभी यह बजट सही मायनों में जनता के लिए हो सकेगा।
