बदलता स्वरूप कर्नलगंज-गोंडा। हल्का दरोगा की मनमानी चरम पर है। जिससे जनता की समस्या दिनोदिन बढ़ती जा रही है। दरोगा को मनमानी करते हुये वीडीओ बनाने वाले लोगों के सामने तो सामत ही आ जाती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। प्रकरण कोतवाली कर्नलगंज अंतर्गत ग्राम क़ुतुबपुर से जुडा है। यहां के निवासी सुशील मिश्रा ने एसपी से मिलकर प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें कहा गया है कि उसके साथ गांव के अन्य लोगों के घर तक जाने वाले रास्ते पर गांव का ही एक व्यक्ति छप्पर आदि रखने लगा। रास्ता अवरुद्ध होता देखकर गांव के लोगों ने मना किया जिस पर वह आमादा फ़ौजदारी हो गए। जिससे पीड़ित सहित गांव के दो अन्य लोगों ने संयुक्त रूप से सिविल जज जूनियर डिविजन के न्यायालय पर वाद प्रस्तुत किया। जो आज भी विचाराधीन है, जिसकी सूचना कोतवाली पुलिस को भी दी गई फिर भी बीते रविवार को दोपहर बाद हल्का दरोगा रास्ता अवरुद्ध करने वाले व्यक्ति से मनचाहा लाभ लेकर गांव पहुंच गए। और पुलिसिया रौब दिखाकर गाली देते हुये मौके पर खडे होकर रास्ते की भूमि पर छप्पर रखवाने लगे। उसी गांव के निवासी सूरज पांडेय बीडीओ बना लिये। जिसकी सूचना पाते ही दरोगा व सिपाही सूरज पांडेय को दौड़ा लिये। वह अपनी जान बचाकर उसके घर के अंदर चला गया। जिस पर दरोगा मनीष कुमार व एक सिपाही पीछा करते हुये घर के अंदर घुसकर लात मूका घुसा से मारने लगे। उसे बचाने पहुंची महिलाओं के साथ अश्लील हरकत करते हुये उन्हें धकेल दिए जिससे महिलाये जमीन पर गिर गई। आरोप है कि दोनों लोग सूरज पांडेय की मोबाईल छीनकर बाहर निकल आये। मोबाईल में लाक लगा होने से दरोगा व सिपाही अपनी गतिविधि कैद है। जिसे वह डिलीट करने का प्रयास कर रहे हैं। पीड़ित ने सूरज पांडेय की मोबाईल वापस दिलाते हुये दोषी दरोगा व सिपाही के विरुद्ध कार्रवाई किये जाने की मांग की है। कोतवाल सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि छप्पर रखने से संबंधित विवाद था। जिसमें हल्का दरोगा मनीष कुमार गए थे, और मामले को सुलझा रहे थे। सूरज पांडेय उसका लगातार बीडीओ बना रहे थे, जिसे वह कोतवाली लें आये। उन्होंने बताया कि मोबाईल देने के लिए सूरज पांडेय को कोतवाली बुलाया गया मगर वह नही आये। जिस पर उसे जीड़ी में दाखिल कर दिया गया है।