अंबेडकर के विचारों का केंद्र बनेगा लखनऊ
बदलता स्वरूप बस्ती। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दलितों के सच्चे मित्र हैं। उक्त बातें विधान परिषद सदस्य एवं यूपी अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने आज बस्ती सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के फलस्वरूप प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के चित्र लगाये गये हैं। पिछली सरकार में दलितों की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया था, जिसे योगी सरकार ने सख्ती से रोका था। दलितों पर होने वाले जानलेवा हमलों पर भी रोक लगा दी गई है और दलितों के खिलाफ गंभीर अपराधों में रासुका लगाया जा रहा है।
डॉ. निर्मल ने कहा कि योगी सरकार लखनऊ में डॉ. अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण कर रही है, जिसमें डॉ. अंबेडकर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर शोध के लिए एक संग्रहालय, पुस्तकालय, सभागार, विपश्यना केंद्र और शोध केंद्र स्थापित किया जा रहा है। कहा कि लखनऊ डॉ. अम्बेडकर के विचारों का प्रमुख केन्द्र बनेगा। स्मारक में बन रहे सांस्कृतिक केंद्र के माध्यम से डॉ. अम्बेडकर के विभिन्न पहलुओं को उजागर करने और दलितों और वंचितों के समग्र विकास के लिए सांस्कृतिक केंद्र में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। डॉ. निर्मल ने कहा कि आवास योजना, सौभाग्य योजना, उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिशन आदि योजनाओं के लाभार्थियों में 70 से 80 प्रतिशत लाभार्थी दलित वंचित समाज के हैं। इन योजनाओं ने उनके चेहरे पर मुस्कान ला दी है। डॉ. निर्मल ने कहा कि मोदी-योगी सरकार दलितों के साथ-साथ डॉ. अंबेडकर का भी सम्मान कर रही है. आज डॉ अम्बेडकर के जन्म स्थान महू छावनी, 10 किंग्स हेनरी रोड, लंदन, उनकी मृत्यु स्थान 26 अलीपुर रोड, दिल्ली, दीक्षा स्थल नागपुर और उनकी अंतिम क्रिया स्थल चौत्य भूमि पर भव्य स्मारक बनाए गए हैं। डॉ. निर्मल ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं, उनमें गरीब दलित, वंचित वर्ग के लोग हैं।