बदलता स्वरूप लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार की अध्यक्षता में आज मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय के सभागार में मुख्य परियोजना प्रबन्धक/गतिशक्ति राघवेन्द्र कुमार एवं शाखाधिकारियों की उपस्थिति में रेल संचालन के सूत्र वाक्य ’’संरक्षा प्रथम, सदैव और अंत तक’’ के सम्बन्ध मे एक “संरक्षा संवाद” का आयोजन किया गया।
’संरक्षा संवाद’ में मण्डल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि रेल संरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने टेªन परिचालन तथा मेंन्टेनेंस स्टॉफ के साथ उनकी रोजमर्रा के कामकाज में आने वाली दिक्कतों , अन्य विभागों के साथ समन्वय से संबंधित मुद्दे, नियमावली के उपयोग आदि पर चर्चा की तथा उपस्थित अधिकारियों एवं सुपरवाइजरों से संवाद स्थापित करते हुए उनसे कार्य की स्थिति में तथा ट्रेन संचालन में समग्र संरक्षा में सुधार के लिए सुझावों पर सार्थक विमर्श किया। इस संवाद मे ट्रेन संचलन से सम्बन्धित विभागों यथा परिचालन, सिगनल, इंजीनियरिंग, विद्युतकर्षण, यांत्रिक विभाग के पर्यवेक्षकों के साथ लोकोपायलटों, यातायात निरीक्षकों ने हिस्सा लिया। सभी विभाग के कर्मचारियों ने अपने-अपने विभाग के कार्य से सम्बन्धित समस्याओं के बारे मे विस्तार से बताया और गाड़ियों के संरक्षित संचालन हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये। आयोजन मे उपस्थित सम्बन्धित विभाग के शाखाधिकारियों ने समस्याओं और सुझावों का विस्तार से विश्लेषण कर, कर्मचारियों का ज्ञान वर्द्धन किया और कुछ मौलिक सुझावों पर अनुपालन सुनिश्चित कराने की बात कहीं।
इसके उपरांत मण्डल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार ने सुरक्षित एवं संरक्षित रेल संचलन में अपने उत्तरदायित्वों का निर्वाह्न एवं कर्मठ व अमूल्य योगदान प्रदान करने के लिए संरक्षा से जुड़े 08 कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र एवं नगद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
मण्डल रेल प्रबन्धक ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे रेल कर्मी विषम परिस्थितियों में रेल संचालन का कार्य करते है, जिसके लिए उनकी लगन व जज़्बे को सम्मान प्रदान करने तथा उनके मनोबल को ऊॅचा करने के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया है। उन्होंने कर्मचारियों को डियूटी के प्रति उनकी कर्तव्य निष्ठा, लगन व परिश्रम के लिए उनका आभार व्यक्त किया तथा बधाई दी। मण्डल रेल प्रबन्धक ने कहा कि आप पर लाखों यात्रियों की जान निर्भर रहती है। अतः आप सभी अपने कार्य के दौरान सदा सजग एवं सतर्क रहें, नियमों के अनुसार ही सभी अनुरक्षण कार्य करें, किसी प्रकार की जल्दी बाजी नही करें, कोई भी कार्य अधूरा न छोड़े, किसी भी दबाव मे शार्टकट पद्धति न अपनाएं और समय-समय पर अपने कार्य से सबंधित जानकारी बढ़ाते रहें। उक्त संरक्षा पुरस्कार प्राप्त करने वाले कर्मचारियों में नारायण सिंह/कान्सटेबल/रे0सु0ब0/लंज0, रामचेत मिश्रा/उप निरीक्षक/रे0सु0ब0/लंज0, सत्येन्द्र कुमार यादव/हेड कान्सटेबल/रे0सु0ब0/लंज0, रमेश यादव/कान्सटेबल/रे0सु0ब0/लंज0, सुशील कुमार सिंह/स्टेशन मास्टर/मसकनवॉ, संजय कुमार/टैªकमेन्टेनर प्ट/सी0से0ई0/पी0वे0/पश्चिम/गोरखपुर, लाला भइया/स्टेशन अधीक्षक/गोण्डा तथा आफताब आलम/टेªन मैनेजर/मेल/गोरखपुर उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/बादशाहनगर, वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक, वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर/समन्वय, वरिष्ठ मण्डल यांत्रिक इंजीनियर/ईएनएचएम, वरिष्ठ मण्डल यांत्रिक इंजीनियर/समाडि, वरिष्ठ ईडीपीएम, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर/द्वितीय, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर/सामान्य, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर/परि0, वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त/रे0सु0ब0, तथा अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।