एसडीओ अमित अनुराग, पूर्व मंत्री पशुपति पारस, चिराग पासवान ने भी किया मतदान
आंधी, तूफान और बारिश के कारण ईवीएम मशीन बज्र गृह में जमा करने में कर्मियों को हुई परेशानी
बदलता स्वरूप खगड़िया। खगड़िया संसदीय क्षेत्र में 1865 मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं ने अपने-अपने मत का प्रयोग किया। दो महिला सहित एक दर्जन प्रत्याशी जिनमें एनडीए से राजेश वर्मा, महागठबंधन से संजय कुमार, आम आदमी पार्टी (राष्ट्रीय) से चंद्र किशोर ठाकुर, बहुजन समाज पार्टी से रवि कुमार, राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी से अजय कुमार, आदर्श मिथिला पार्टी से आसिफ ईमाम, राष्ट्रीय जन कल्याण पार्टी (सेक्युलर) से पिंकेश कुमार, निर्दलीय दीनानाथ चंद्रवंशी, प्रियदर्शी दिनकर तथा सोनू कुमार हैं, चुनाव मैदान में थे। सबों का भाग्य ईवीएम मशीन में बंद हो गया। बज्रगृह में सभी बंद ईवीएम आराम फरमा रहे हैं, जो आगामी 04 जून को मतगणना के दिन ही खुलेगा। तब तक के लिए ईवीएम कड़ी सुरक्षा में रहेगी। चुनाव तो सुबह 7:00 से संध्या 6:00 बजे तक हुआ। बज्रगृह तक ईवीएम को पहुंचाने में पीठासीन पदाधिकारी को काफी कश्ती का सामना करना पड़ा। संध्या बेला में आंधी तूफान और बारिश के कारण नदियों पर कई जगह ईवीएम फंसा रहा। बेलदौर विधान सभा क्षेत्र के गोगरी प्रखंड के पौरा पंचायत अंतर्गत सहरोन ग्रामीण ने वोट का बहिष्कार किया। ईवीएम और वी वी पैट को क्षतिग्रस्त भी किया गया। ईवीएम तोड़फोड़ मामले में अज्ञात लोगों पर प्राथमिक भी दर्ज की गई। सहरौन के 182 तथा 183 बूथ पर अब आगमी 10 मई को मतदान होगा।मौसम अनुकूल रहने के कारण मतदान की प्रतिशत अनुमान से ज्यादा 60% हुआ। गोगरी के रामपुर मध्य विद्यालय मतदान केंद्र संख्या 91 पर वोट देकर लौटने के क्रम में 70 वर्षीय इंद्र देव तांती की अचानक मौत हो गई। वे चक्कर खाकर गिर गए। सांस रुक गई और मौत हो गई। बीएलओ की लापरवाही के कई उदाहरण मिले। एक तो घर-घर मतदान पर्ची वितरित नहीं किया गया। कुछ एक घरों में वितरित कर संबंधित वार्ड पार्षदों को पर्ची देकर अपना भार हल्का कर लिया। मतदाता मतदान केन्द्रों पर अपनी अपनी पर्ची ढूंढते रह गए। पर नहीं मिला और मतदान करने से वंचित रह गए। हद तो तब हो गई जब खगड़िया जिला अंतर्गत गोगरी प्रखंड के पकरैल पंचायत के कई जिंदा मतदाताओं को मृत घोषित कर दिया, जिससे उर्मिला देवी, मंजू देवी, सुनीता देवी, प्रभादेवी और संजय यादव आदि जीवित रहते हुए मतदान करने से वंचित रह गए। जिंदा को मुर्दा बनाने वाले बीएलओ हैं अनिल कुमार भारती। अब देखना है, ऐसे लापरवाह कर्मी पर कब तक कार्रवाई होती है या इसे भी ठंडा बस्ता में डाल दिया जाएगा। समाहरणालय में जिला स्तरीय और अनुमंडल मुख्यालय में अनुमंडल स्तरीय कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई थी। जिला में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमित कुमार पांडे, एसपी चंदन कुशवाहा तथा अनुमंडल में सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग पाल-पाल की जानकारी लेते रहे शिकायतों को सूचीबद्ध कराकर इसका निपटारा करते रहे इस प्रकार सुबह से शाम तक कंट्रोल रूम में मॉनिटरिंग होती रही परिणाम स्वरूप जिले में मतदान चित्रकूट घटनाओं को छोड़कर पूर्णतः शांतिपूर्ण वातावरण में निष्पक्ष और भय मुक्त मतदान हो सका। खगड़िया। तीसरे चरण का लोक सभा चुनाव शान्ति पूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। ज़िला प्रशासन की सख़्ती के कारण ज़िले के मतदाताओं ने निर्भय होकर अपने पसंदीदा प्रत्याशी के पक्ष में ईवीएम का बटन दबाकर अपना बहुमूल्य वोट का प्रयोग किया। चप्पे चप्पे में पुलिस एवं मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई थी। भ्रमणशील सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस टीम निरंतर घूम घूम कर प्रत्येक मतदान केंद्रों की मॉनिटरिंग करती रही। अपने अपने मतदान केदो पर मतदान करने वाले प्रमुख पदाधिकारी नेताओं विधायकों पत्रकारों समाजसेवियों में प्रमुख थे सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग, पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान, कृष्ण यादव, पूर्व मंत्री रेणु सिंह, पूर्व विधायक पूनम यादव, विधायक रामवृक्ष सदा, विधायक छत्रपति यादव, विधायक पन्नालाल सिंह पटेल, विधायक संजीव कुमार सिंह, जिला अध्यक्ष मनोहर यादव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष कुमार भानु प्रताप पासवान उर्फ गुड्डू, वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी डॉ अरविन्द वर्मा, अरुण वर्मा, प्रभात सुमन, संजीव कुमार सिन्हा, प्रदुमन कुमार, भाजपा जिला अध्यक्ष शत्रुघन भगत, वार्ड पार्षद रवीश चंद्र बंटा, जदयू जिलाध्यक्ष बबलू मंडल, अभिलाष, पूर्व अध्यक्ष सीता कुमारी, नगर परिषद की सभापति अर्चना कुमारी, शिक्षक नेता मनीष सिंह, इंदु प्रभा (महिला पत्रकार), बजरंग बजाज, प्रमोद केडिया तथा अभिलाषा आदि। प्राप्त जानकारी के अनुसार आदर्श मतदान केन्द्र सहित कई मतदान केंद्रों पर नहीं थी पेय जल की व्यवस्था।