गलवान घाटी में बीस जवानों की शहादत पर बदले को लेकर विपक्ष के उपनेता तिवारी ने पीएम मोदी से जबाबदेही पर दागा सवाल
बदलता स्वरूप लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता, स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी ने तीन साल पहले गलवान घाटी में सीमा की हिफाजत करते हुए भारतीय सेना के बीस जाबांज जवानों के सर्वोच्च बलिदान की स्मृति को नमन किया है। वहीं उन्होने शहीद जवानों के बलिदान के प्रति कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मोदी सरकार से देश की जनता को इन जवानों की शहादत के बदला लेने की भी जबाबदेही सुनिश्चित करने पर जोर दिया है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने चीन के एलएसी पर पिछले तीन सालों में पूर्व की यथास्थिति अब नही बना रहने को लेकर भी मोदी सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होनें दावे के साथ कहा कि केन्द्र की मौजूदा सरकार में राजनैतिक इच्छाशक्ति की कमजोरी के कारण पैंसठ में से वहां छब्बीस पेट्रोलिंग प्वांइट पर अपना अधिकार खो चुकने का देश असह पीड़ा का दर्द झेल रहा है।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने सरकार पर पूरी तरह से गलवान घाटी के हालात को लेकर गैरजिम्मेदार होने का तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने संसद में कई बार यह गंभीर मुददा उठाने की कोशिश की परन्तु बकौल प्रमोद तिवारी मोदी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के इस अहम मसले पर देश की जनता को अंधेरे मे रखना चाहती है। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि गलवान घाटी पर पीएम मोदी की क्लीन चिट की वजह से ही चीन अपने नापाक इरादों मे सफल होता दिख रहा है। उन्होनें सीमा पर चीनी तनाव को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा तथा देश की एकता और अखण्डता पर भी गहरा आघात अब असह्य करार दिया है। श्री तिवारी ने कहा कि एलएसी के हालात बता रहे हैं कि बीस-बीस वीर सपूतों की शहादत के बाद भी चीन मसले पर मोदी सरकार की लाल आंख धुंधली पड़ गयी है और उस पर उन्होनें चीनी चश्मा पहन रखा है। मणिपुर में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तीन दिनों तक प्रवास के बावजूद गुरूवार को भी वहां हुई हिंसा में उग्रवादियों द्वारा एक ही समुदाय के नौ लोगों की निर्मम हत्या और दस के गंभीर रूप से घायल होने को बेहद चिंताजनक कहा है। श्री तिवारी ने कहा कि हालात मणिपुर में अब इस तरह बेकाबू दिखने लगा है कि गृहमंत्री के शांति के दावे की पोल वहां एक मंत्री का घर तक दिनदहाड़े जला दिया गया। मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से गुरूवार को यहां जारी बयान में प्रमोद तिवारी ने कहा कि मणिपुर उग्रवाद की चपेट में जल रहा है। वहीं अरूणांचल प्रदेश, असम और मेघालय सीमाओं पर भी बद से बदतर हो रहे हालात पर मोदी सरकार की खामोशी भी बेहद अफसोसजनक है। श्री तिवारी ने केन्द्रीय गृहमंत्री से जोर देकर कहा है कि देशहित में सरकार उग्रवादी तŸवों के खिलाफ फौरन कडी कार्रवाई सुनिश्चित करे।