मंडलायुक्त ने संबंधित सभी अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश

बस्ती। मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा ने स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्यवाही करने की चेतावनी दिया है। मंडलायुक्त सभागार में  विकास कार्यों की मंडलीय समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा है कि अपर निदेशक स्वास्थ्य स्वयं तीनों जिलों के कार्यों की समीक्षा करें और रिपोर्ट दें। मंडलायुक्त महोदय स्वयं 26 फरवरी रविवार को तीनों जिलों के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे। उन्होंने निर्देश दिया है कि एक सप्ताह के भीतर सुधार लाएं अन्यथा की स्थिति में कार्यवाही के लिए तैयार रहें।उन्होंने निर्देश दिया कि मानक के अनुसार अस्पतालों में दवाएं, जीवन रक्षक दवाएं, कुत्ता के काटने पर लगने वाली सुई, पेन किलर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं।

उन्होंने निर्देश दिया कि अस्पतालों के निरीक्षण की संख्या बढ़ाई जाए, मातृ मृत्यु दर की संख्या कम की जाए तथा जेएसवाई के अंतर्गत लाभार्थियों एवं आशाओं का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाए।समीक्षा में उन्होंने पाया कि तीनों जिलों में यूरिन टेस्ट किट, वजन मशीन, एमसीटी रिपोर्ट कार्ड उपलब्ध नहीं है तथा प्रसव की सूचना मंत्रा पोर्टल पर एवं बच्चों की मृत्यु की सूचना एमआईएस पोर्टल पर अपलोड नहीं की गई है। बस्ती में प्रशिक्षण का कार्य पूरा नहीं है और ना ही मेडिकल कॉलेज में धन दिए जाने के बावजूद नई एसएनसीयू की स्थापना की गई है। मंडलायुक्त ने निर्देश दिया है कि जो सीएचसी/पीएचसी तैयार हो गई है, वहां पर ओपीडी अवश्य शुरू कराएं। 100 बेड के हर्रैया महिला अस्पताल में फिनिशिंग की कमी है, जगह-जगह सीलन है तथा छत पर पानी लगने की संभावना है, टंकी में लीकेज है। इसको तत्काल ठीक कराने के लिए उन्होंने निर्देशित किया है।
      समीक्षा में मंडलायुक्त ने पाया कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड बनाने की प्रगति काफी कम है। निजी चिकित्सालयों के सापेक्ष राजकीय चिकित्सालय में उपचार कराने वालों की संख्या भी कम है। परिवार नियोजन में अभी तक 50 प्रतिशत की उपलब्धि हो पाई है। टोल फ्री नंबर पर प्राप्त शिकायतों का फीडबैक नहीं लिया गया है। जन्मजात दोषयुक्त संदर्भित बच्चों की संख्या भी बढ़ी है। उन्होंने ऐसे सभी बच्चों का उपचार कराने का निर्देश दिया है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कम हुआ है। सभी सीएचसी पर स्त्री रोग विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं है। मंडलायुक्त ने इस स्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए सुधार करने का निर्देश दिया है।
      उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि फील्ड में निगरानी बढ़ाई जाए ताकि नहरों के टूटने एवं फसल की क्षति होने की घटनाएं ना हों। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि अभी से बाढ़ की तैयारी शुरू कर दें। अधीक्षण अभियंता लवकुश सिंह ने बताया कि 233 में से 232 नहरों की टेल तक पानी पहुंचाया गया है।
       मंडलायुक्त ने विद्युत विभाग को निर्देशित किया है कि जगह-जगह ढीले तारों को टाइट किया जाए ताकि कोई दुर्घटना ना हो। बेसिक शिक्षा तथा पंचायती राज विभाग से बिलों का भुगतान सुनिश्चित कराया जाए। झटपट पोर्टल पर 1886 आवेदन लंबित है, इनका समय से निस्तारण किया जाए।
       उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देशित किया है कि निर्माण में तेजी लाकर समय से सड़कों को पूरा किया जाए। बारहछत्तर धाम में कुआनो नदी पर पुल के पहुंच मार्ग के लिए भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। उन्होंने तेजी से कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि मखौड़ा धाम जाते हुए उन्होंने मार्ग पर काफी संख्या में सांड देखा है। इससे दुर्घटना की संभावना भी होती है तथा किसानों की फसल का नुकसान भी होता है। उन्होंने इसके शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए हैं।
       प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिया है कि वर्ष 17-18 से अब तक समीक्षा किया जाए कि कितने आवास अपूर्ण हैं। यदि लाभार्थी उन्हें पूरा नहीं करता है, तो उसके विरुद्ध एफ.आई.आर. की जाए तथा धन की वसूली के लिए आरसी जारी की जाए। समीक्षा में उन्होंने पाया कि संत कबीर नगर में 9459 के सापेक्ष 6442 आवास पूर्ण हो पाए हैं। बस्ती एवं जनपद सिद्धार्थनगर में शत प्रतिशत आवास पूर्ण कर लिए गए हैं।
       उन्होंने निर्देश दिया है कि मनरेगा में कार्य ना करा कर धन की निकासी कर लेने वाले दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करके वसूली की कार्यवाही की जाए। मनरेगा के कार्यों एवंहुए उन्होंने निर्देश दिया है कि रुधौली और तुलसीपुर चीनी मिलो के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही शुरू करें। उन्होंने नई दुग्ध समितियों के गठन का भी निर्देश दिया है। उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग में निरीक्षण बढ़ाए जाने तथा अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। उन्होंने व्यवसायिक शिक्षा में प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को समय से प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रशिक्षण एवं सेवायोजन की प्रगति पर असंतोष भी व्यक्त किया है।
       मंडलायुक्त ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में लक्ष्य से अधिक धनराशि का एमओयू साइन कराने पर सभी जिलाधिकारियों तथा उनकी टीम को बधाई दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि नए इन्वेस्टर्स को सभी विभागों से मिलने वाली सुविधाएं को समय से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि उद्योगों की स्थापना समय से हो सके। बैठक का संचालन जेडीसी पीके शुक्ला ने किया। बैठक में जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन, संतकबीर नगर के प्रेम रंजन सिंह, सीडीओ राजेश कुमार प्रजापति, जयेंद्र कुमार, संत कुमार, एडी हेल्थ डॉक्टर ए.के. पांडे, संयुक्त कृषि निदेशक अविनाश चन्द्र तिवारी, उपनिदेशक अर्थ एवं संख्या अमजद अली अंसारी, मुख्य अभियन्ता विद्युत प्रमोद कुमार सिंह, अधीक्षण अभियन्ता विद्युत सुशील कुमार आर्य, संजय कुमार पासवान, अधीक्षण अभियन्ता ग्रा0अ0वि0 रियाज अहमद सिद्दीकी, अधीक्षण अभियन्ता जलनिगम सौरभ सुमन तथा विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।