संरक्षा संवाद गोष्ठी संपन्न

बदलता स्वरूप लखनऊ। पूर्वाेत्तर रेलवे, गोरखपुर के प्रमुख मुख्य यॉत्रिक इंजीनियर एम.के अग्रवाल की उपस्थिति में आज वरिष्ठ मण्डल यॉत्रिक इंजीनियर (समाडि) एस.पी. श्रीवास्तव के निर्देशन में ऐशबाग स्थित बी.जी.कोचिंग डिपों के मण्डल प्रशिक्षण केन्द्र (समाडि) में रेल गाड़ियो के सुरक्षित संचालन से सम्बन्धित परिचर्चा ’संरक्षा संवाद’ संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रमुख मुख्य यॉत्रिक इंजीनियर एम.के अग्रवाल ने कहा कि इस संगोष्ठी का मुख्य उदे्श्य रेलवे की संरक्षा से जुड़े कर्मचारियों एवं पर्यवेक्षकों को अपने कार्यो के प्रति जागरूक करना था। उन्होने ’अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन’ द्वारा सत्यापित उपकरणों के मॉडिफिकेशन एवं नई तकनीक द्वारा कोच अनुरक्षण किये जाने पर ज़ोर दिया तथा पिटलाइन पर कोचों के अनुरक्षण के दौरान संरक्षा संबंधी निर्देशों के अधीन कार्य करने के निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त संरक्षा से जुड़े कर्मचारियों के रिफ्रेसर कोर्स को नियमित मानीटरिंग करने पर जोर दिया। संगोष्ठी के आरम्भ में प्रधानाचार्य, मण्डल प्रशिक्षण केन्द्र/समाडि मुरलीधर ने पावर प्वाइंट के माध्यम से ’राउन्ड ट्रिप ब्रेक पावर सार्टिफिकेट’ (आर.बी.पी.सी) विषय पर विशेष रूप से स्टेशन पर समाप्त होने एवं स्टेशन से ही वापस प्रारंभ होने वाली टेनों के सेफ्टी से सम्बन्धित व्याख्यान दिया तथा स्टेशन पर गाड़ी आगमन पर रोलिंग इन, रोलिंग आउट परीक्षण करना, एक्सिल बॉक्स का तापमान नापना, अण्डर गियर एवं ब्रेक गियर परीक्षण आदि विषयों पर गहन चर्चा की गई। इस संगोष्ठी में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी एवं इज्ज़तनगर के वरिष्ठ मण्डल यॉत्रिक इंजीनियर (समाडि) एवं लखनऊ मण्डल के वरिष्ठ मण्डल यॉत्रिक इंजीनियर/ईएनएचएम, मण्डल यॉत्रिक इंजीनियर/कोचिंग, सीडीओ/लखनऊ तथा यॉत्रिक पर्यवेक्षक व आर्टीजन स्टाफ उपस्थित थे।