2025 तक देश से क्षय रोग को खत्म करने के लिए सरकार विभिन्न उपायों पर कर रही है काम-राज्यपाल
बदलता स्वरूप श्रावस्ती। प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने कलेक्ट्रेट सभागार में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा किया और पात्रता के आधार पर गरीब, असहाय एवं निर्धन व्यक्तियों को लाभान्वित करते रहने का निर्देश दिया। इस दौरान राज्यपाल ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण/शहरी, महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण/नगरीय, पी0एम0 किसान सम्मान निधि योजना, हर घर नल योजना, आयुष्मान भारत योजना, आयुष्मान भारत योजना आदि की गहन समीक्षा किया तथा सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन विभिन्न विभागों के माध्यम से किया जाता है, इसलिए सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वे अपने-अपने विभागों में सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं/विकास कार्यक्रमों को धरातल पर उतारें और हर पात्र व्यक्ति को जरूर लाभान्वित करें तथा यह भी ध्यान रखें कि कोई भी गरीब, असहाय, बेसहारा व्यक्ति सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वचिंत न रहने पाये।
इस दौरान उन्होने 10 क्षय रोगियों को पोषण किट प्रदान किया तथा 10 निक्षय मित्रों क्रमश जिलाधिकारी श्रावस्ती कृतिका शर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0 पी0 तिवारी, आई. एम. एम. सदस्य डा0 अनूप सिंह, जिला अध्यक्ष उद्योग व्यापार मण्डल दीनानाथ गुप्ता, जिला महामंत्री केमिस्ट एंव ड्रगिस्ट वेलफेयर मदन मोहन सिंह, आशीष, इन्डियन रेडक्रास सोसायटी रवि कुमार, सतीश एग्ग्रो इंण्स्ट्रीज पवनेश शुक्ला, गवरमेंट ठेकेदार विनीत त्रिपाठी, समाजसेवी विनीत सिंह को उनके बेहतर कार्य के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया और आगे भी ऐसे पूरे मनोयोग से काम कर टी0बी0 मरीजों के हित में कार्य करने का आह्वान भी किया। उन्होने कहा कि क्षयरोग को खत्म करने में निक्षय मित्र अपनी महती भूमिका निभायें, जिससे 2025 तक देश से क्षयरोग को खत्म किया जा सके। सम्बोधन में कहा कि निक्षय मित्र योजना, एक तरह से टीबी रोग से पीड़ित लोगों को गोद लेने की योजना है। इस योजना के तहत कोई भी सामान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दल, गैर सरकारी संस्थान, कॉर्पाेरेट संस्थान टीबी के मरीज को गोद ले सकता है। इस अभियान के तहत व्यवस्था की गई है कि निक्षय मित्र बनने वाला व्यक्ति या संस्था कम से कम एक वर्ष के लिए और अधिक से अधिक तीन साल के लिए किसी गांव, वार्ड, पंचायत, ब्लॉक या जिले के किसी टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण, आजीविका के स्तर पर जरूरी मदद उपलब्ध करा सकते हैं। उन्होने कहा कि 2025 में देश से क्षय रोग को खत्म करने के लिए सरकार विभिन्न उपायों पर काम कर रही है। टीबी रोग के उन्मूलन में सामान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, गैर सरकारी संस्थान, कॉर्पाेरेट संस्थान सहित अन्य संस्थाएं अपनी मजबूत भागीदारी निभा सकते हैं।
उन्होने कहा कि निक्षय मित्र बनने के लिए सबसे पहले communitysupport.nikshay.in पर लॉगिन करना होगा। इसके बाद प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान पर क्लिक करने के बाद निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर रजिस्ट्रेशन कर इस अभियान से जुड़ सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद सुविधानुसार निक्षय सहायता के लिए टीबी रोगियों का चयन किया जा सकता है। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान में टीबी की बीमारी से जुड़ी हर तरह की जानकारी के लिए निक्षय हेल्पलाइन नंबर 1800116666 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान यह ज्ञात हुआ कि जागरूकता के अभाव में गर्भवती महिलाएं एवं नवजात शिशुओं का समय से टीकाकरण न होने के कारण जिले में मातृ और शिशु मृत्युदर अधिक है, जो बहुत ही चिंता का विषय है। इसके लिए भी स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास पुष्टाहार एवं बेसिक शिक्षा को अब विशेष सतर्कता बरतनी होगी और जिले की हर गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण, उनके स्वास्थ्य की देखभाल एवं नवजात शिशु से लेकर पॉच वर्ष तक के बच्चों का समय से टीकाकरण कराने के साथ हर गर्भवती महिलाओं एवं उनके नवजात बच्चों के टीकाकरण का लेखा जोखा ढंग से रखा जाए, ताकि कोई भी गर्भवती महिला तथा नवजात शिशु टीकाकरण से वंचित न रहने पाए। उन्होनें यह भी निर्देश दिया कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाए। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि संस्थागत प्रसव में जहां कमी पाई जाती है वहां पर संबंधित आशा, एएनएम के विरूद्ध विधिक कार्यवाई की जाए, ताकि जच्चा बच्चा के स्वास्थ्य की देख भाल बेहतर ढंग से अस्पतालों में हो सकें। उन्होने निर्देश दिया कि ऐनम, आशा बहू एवं आशा संगनी की प्रत्येक माह जिला स्तर पर बैठक नियमित रूप से आयोजित कर उन्हें बच्चों के टीकाकरण तथा परिवार नियोजन अपनाने हेतु लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाए, ताकि वे अपने अपने क्षेत्रों में वी0एच0एन0डी0 सत्र के दौरान एवं अन्य घर घर जा कर लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को बतावें तथा उन्हें परिवार नियोजन के साधन/नसबंदी अपनाने हेतु प्रेरित भी किया जाए। बैठक में देवीपाटन मण्डल गोण्डा के आयुक्त योगेश्वर राम मिश्रा ने राज्यपाल को अवगत कराया कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओ को धरातल पर उतारकर पात्रजनों को लाभान्वित किया जा रहा है, और यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि कोई भी व्यक्ति सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित न हो। बैठक में जिलाधिकारी कृतिका शर्मा ने राज्यपाल को अवगत कराया कि सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओ को धरातल पर उतारकर प्रत्येक पात्र व्यक्ति को लाभान्वित किया जा रहा है। और जिले का सर्वांगीण विकास हेतु निरंतर प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि जो राज्यपाल महोदया द्वारा निर्देश दिये गये है, उसका अक्षरशः पालन कराया जायेगा और स्वास्थ्य, शिक्षा कार्यक्रमों पर विशेष बल दिया जायेगा।
बैठक का संचालन मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह ने किया।
इस अवसर पर सांसद राम शिरोमणि वर्मा, अध्यक्ष जिला पंचायत दद्दन मिश्रा, विधायक रामफेरन पाण्डेय, विधायक श्रीमती इन्द्राणी वर्मा, सदस्य विधान परिषद् डा0 प्रज्ञा त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 अमरेन्द्र कुमार वर्मा, अपर जिलाधिकारी न्यायिक सुभाष चन्द्र यादव, उपजिलाधिकारी/परियोजना अधिकारी डूडा आशुतोष, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद् भिनगा इरफान अहमद, जिला विकास अधिकारी राम समुझ, परियोजना निदेशक इन्द्रपाल सिंह, उपायुक्त उद्योग एवं प्रोत्साहन अरविन्द भास्कर, जिला समन्वयक कौशल विकास मिशन, उपायुक्म श्रम रोजगार, जिला क्षय रोग अधिकारी डा0 सन्त प्रकाश, जिला कार्यक्रम अधिकारी पी0के0 दास, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी/जिला समाज कल्याण अधिकारी/जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी गौरव पुरोहित, उप निदेशक कृषि कमल कटियार, अधिशाषी अभियन्ता जल निगम एस0एम0 असजद, जिला उद्यान अधिकारी दिनेश कुमार चौधरी, अपर जिला पंचायती राज अधिकारी, सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण एंव अन्य जन प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।