सरकार दिव्यांगजनों के उत्थान हेतु है प्रतिबद्ध-राज्यपाल
बदलता स्वरूप श्रावस्ती। प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दी बेन पटेल मंगलवार को एक दिवसीय भ्रमण/कार्यक्रम में जनपद श्रावस्ती के भिनगा स्थित पुलिस लाइन पहुंचने पर सांसद राम शिरोमणि वर्मा, अध्यक्ष जिला पंचायत दद्दन मिश्रा, विधायक रामफेरन पाण्डेय, विधायक श्रीमती इन्द्राणी वर्मा, सदस्य विधान परिषद् डा0 प्रज्ञा त्रिपाठी, देवीपाटन मण्डल, गोण्डा के आयुक्त योगेश्वर राम मिश्रा, जिलाधिकारी कृतिका शर्मा, पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह ने अगुवानी कर स्वागत किया। तदोपरान्त राज्यपाल ने संयुक्त जिला चिकित्सालय में स्थित उच्चीकृत जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र का फीता काटकर शुभारम्भ किया और केन्द्र का अवलोकन कर सराहना भी की। उन्होने कहा कि जिले में जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र के संचालन से निश्चित ही इस जनपद के दिव्यांगजनों को बेहतर सुविधा व लाभ मिलेगा। राज्यपाल के डी0डी0आर0सी0 के अवलोकन के दौरान संचालक विभाकर शुक्ला मौजूद रहे।
इसके उपरान्त राज्यपाल ने संयुक्त जिला चिकित्सालय भिनगा का आकस्मिक निरीक्षण कर जायजा लिया। इस दौरान अस्पताल में भर्ती मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया तथा इलाज के लिए आये मरीजों से बातचीत कर उनका कुशलक्षेम भी जाना। प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रामगोपाल को निर्देश दिया कि सरकार द्वारा प्रदत्त सभी सुविधाएं मरीजों को समय से मुहैया होती रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। अस्पताल में संचालित सभी वार्डाे एवं यूनिटों में स्वयं निगरानी रखें, ताकि अस्पताल में आये मरीजों को कोई दिक्कत न होने पाये। उन्होने कहा कि ब्लड बैंक में ब्लड की कमी न होने पाये, इसके लिए समय-समय पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किये जाने का निर्देश भी दिया। दवा काउंटर, सिटी स्कैन, ब्लड बैंक, एस0एन0सी0यू0 वार्ड, लेबर रूम, जच्चा-बच्चा वार्ड, महिला वार्ड, महिला/पुरूष वार्ड, पी0एन0सी0 वार्ड, किचन, जनरल वार्ड, डायलिसिस रूम, ए0ई0एस0/जे0ई0 वार्ड एवं पोषण पुर्नवास केन्द्र सहित अन्य वार्डों का गहनता से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने विभिन्न चिकित्सकों के द्वारा देखे जा रहे मरीजों से बात कर कुशल क्षेम जाना। इसी दौरान बाल रोग विशेषज्ञ कक्ष में इलाज के लिए आये अभिनव (डेढ़ वर्ष) को दुलारा-पुचकारा तथा उनकी माँ से भी बात कर कुशल क्षेम जाना। उन्होने एस0एन0सी0यू0 वार्ड में भर्ती बच्चों को बेहतर देखभाल करके उन्हें स्वस्थ्य बनाये जाने का सम्बन्धित चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल कर्मियों को निर्देश दिया। उन्होने निर्देशित किया की अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं गर्भवती महिलाओं को खान-पान, दवा-इलाज, टीकाकरण आदि में विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होने कहा कि अस्पताल में साफ-सफाई की मुकम्मल व्यवस्था हमेशा सुनिश्चित रखी जाए, और मरीजों का सेवा भाव से इलाज कर उन्हें स्वस्थ्य बनाया जाए।
तदोपरान्त राज्यपाल के कलेक्ट्रेट स्थित तथागत हाल में पहुंने पर जिलाधिकारी ने रुद्राक्ष का पौधा भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान राज्यपाल ने भारत सरकार की ऐडिप योजना के अन्तर्गत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) कानपुर के सहयोग से दिव्यांगजनों को निःशुल्क कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम का द्वीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया गया। इस दौरान माननीया राज्यपाल महोदया ने जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र व एलिम्को कानपुर द्वारा संयुक्त रूप से परीक्षण कैंप द्वारा पूर्व में चिन्हित जनपद के कुल 2247 लाभार्थियों को 01 करोड़ 86 लाख रूपये की लागत से 3806 उपकरणों को निःशुल्क प्रदान किया गया। जिसमें 137 मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल, 795 ट्राईसाईकिल, 430 फोल्डिंग व्हील चेयर, 433 बैसाखी, 418 एल्बो बैसाखी, 502 वॉकिंग स्टिक (छड़ी), 68 रोलेटर, 20 एडीएल किट, 07 सेल फोन, 480 बी0टी0ई0 (कान की मशीन), 131 टी0एल0एम0 किट, 02 ब्रेल स्लेट, 19 ब्रेल किट चाइल्ड, 14 ब्रेल केन, 143 सुगम्य केन, 39 सी0पी0 चेयर, 09 स्मार्टफोन एवं 159 कृत्रिम अंग एवं कैलिपर्स आदि उपकरण शामिल हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों के उत्थान हेतु प्रतिबद्ध है और सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के हित में तमाम योजनाओं का संचालन कर दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया जा रहा है। जिले के दिव्यांगजनों को के सहायता के लिए आज इसी क्रम में उन्हें कृत्रिम एवं सहायक उपकरण का वितरण किया जा रहा है। जिससे उन्हें दैनिक जीवन में सुगमता होगी। उनहोने कहा कि आज दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क कृत्रिम एवं सहायक अंग उपकरण वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके तहत 2247 लाभार्थियों को विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरणों का वितरण किया गया है, जिससे उनके जीवन स्तर में बदलाव आयेगा और वे अपने कार्यों को सुगमता से कर सकेंगे। उन्होने कहा कि मुझे खुशी है कि आज दिव्यांगजनों के लिए कई प्रकार की सुविधाओं का आयोजन किया गया है। दिव्यांगजनो के लिए अलग से जिला अस्पताल के पास में केन्द्र सरकार की सहायक संस्था द्वारा जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र का संचालन किया जा रहा है। मैने पूरा अस्पताल का भी निरीक्षण किया और मुझे खुशी हुई कि कोई भी दिव्यांगजन को अपने तथा अपने परिवार के लिए इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नही है। एक ही स्थान पर केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की योजना का लाभ ले सकते है। इस योजना का जितना प्रचार-प्रसार किया जाएगा, उतना ही अधिक से अधिक दिव्यंागजनों को इससे लाभान्वित किया जा सकेगा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी कृतिका शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में पधारने के लिए मैं राज्यपाल एंव कार्यक्रम में पधारे अन्य जन प्रतिनिधिगणों, अधिकारियों व दूर-दराज के क्षेत्रों से आए जन सामान्य व दिव्यांग बन्धुओं व प्रेस बन्धुओं का स्वागत करती हूँ।
आप सभी को बताना चाहूँगी कि इंडियन रेडक्रास सोसाइटी, श्रावस्ती की प्रथम शाखा 2007 में बनी थी लेकिन विभिन्न कारणों से क्रियाशील नहीं हो सकी। जून 2022 में प्रदेश अध्यक्ष महामहिम राज्यपाल महोदया की प्रेरणा से जनपद श्रावस्ती में रेडक्रास सोसाइटी का पुनर्गठन किया गया। तब से लेकर आज तक रेडक्रास सोसाइटी नित नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है। यह संस्था के ही प्रयासों का परिणाम है, जिसके कारण समाज में दिव्यांगजनों के उत्थान के लिए एलिम्को के माध्यम से 09 श्रृंखलाबद्ध कैंप लगाकर 1.86 करोड़ रूपये के उपकरण प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। आज इस मंच से चिन्हित दिव्यांगजन व्यक्तियों में से 2247 दिव्यांग व्यक्तियों को महामहिम राज्यपाल के कर कमलों से कृत्रिम अंग उपकरण वितरित किये जाने की शुरूआत होगी। एक जिले में बिना किसी राजकोषीय बजट के दिव्यांगजनों के लिए होने वाला यह कार्यक्रम अद्वितीय है। मैं महामहिम राज्यपाल महोदया को धन्यवाद ज्ञापित करती हूँ। कि उन्होने अपने व्यस्ततम् समय में से कुछ समय इस कार्यक्रम के लिए दिया है।
मैं पुनः महामहिम राज्यपाल महोदया व अन्य सभी महानुभावों का इस कार्यक्रम में स्वागत करती हूँ। जय हिंद! इस अवसर पर एलिम्को के अध्यक्ष/प्रबन्ध निदेशक प्रवीण कुमार ने विभाग की उपलब्धियों/कार्ययोजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि मेरा यह सौभाग्य है कि जनपद श्रावस्ती की पावन भूमि पर विराजमान हूं। और इस जिले की सेवा का अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों में एलिम्को द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिससे जनपद के दिव्यांगजनों को निश्चित ही लाभ मिलेगा, और वे भविष्य में अपने रोजी-रोजगार हेतु प्रयास कर सकेंगे।
इस दौरान राज्यपाल, सांसद, देवीपाटन मण्डल गोण्डा के आयुक्त, एलिम्को के अध्यक्ष/प्रबन्ध निदेशक प्रवीण कुमार, इंडियन रेडक्रास सोसायटी की प्रदेश महासचिव एवं जिलाधिकारी ने ’’एनिमिया मुक्त भारत’’ पुस्तिका का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का संचालन जिला आपदा विशेषज्ञ/सचिव रेडक्रास अरूण कुमार मिश्रा ने किया तथा इंडियन रेडक्रास सोसायटी की प्रदेश महासचिव डा0 हिमाबिन्दु नायक ने कार्यक्रम में पधारने पर राज्यपाल महोदया, अन्य मा0 जनप्रतिनिधिगणों एवं अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 अमरेन्द्र कुमार वर्मा, उप सचिव दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग सुरेश चन्द्र तामता, प्रदेश महासचिव रेडक्रास सोसाइटी डा0 हिमा बिंदु नायक, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 अमरेन्द्र कुमार वर्मा, अपर जिलाधिकारी न्यायिक सुभाष चन्द्र यादव, अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार यादव, वरिष्ठ प्रबन्धक अनुपम प्रकाश, प्रबन्धक तरूण कुमार, सहायक प्रबन्धक पंकज द्विवेदी सहित एलिम्को के अन्य माननीय जन प्रतिनिधिगण, प्रशासन/पुलिस के अधिकारीगण व दूर-दराज के क्षेत्रों से आए जन सामान्य व दिव्यांग बन्धुगण उपस्थित रहे।
तदोपरान्त राज्यपाल के निर्देश पर उनके विशेष कार्याधिकारी अशोक देसाई एवं मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह ने विकास खण्ड सिरसिया में बने किसान कल्याण केन्द्र सभागार में पहुंचकर अन्तर्राष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों के 10 आंगनवाड़ी केन्द्रों हेतु आंगनवाड़ी किट प्रदान किया। ज्ञातब्य हो कि इस आंगनवाड़ी किट में झूले वाले घोड़े, ट्राईसाईकिल, नम्बर्स, एबीसीडी, फल, एनीमल्स, ब्लाक्स, पजेल्स, बॉल, क्ले (गोलियां बनाने के लिए), रिंग्स, स्टोरी बुक्स(पंचतंत्र) एजुकेशनल मैप, व्हाइट बोर्ड(स्टैण्डर्ड/मार्कर एवं डस्टर), टेबल एवं चेयर सहित कुल 16 प्रकार की सामग्री शामिल है। इससे निश्चित ही आंगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले 0 से 05 वर्ष तक के बच्चों के भविष्य को निखारने में सहुलियत मिलेगी।