बदलता स्वरूप बलरामपुर। श्री देवी पाटन महंथ योगी मिथिलेश नाथ महाराज, सदर विधायक पल्टूराम, तुलसीपुर विधायक कैलाशनाथ शुक्ल ने व्यास पीठ का पूजन कर आरम्भ कराया।
बलरामपुर के आवर पेगापुर प्राचीन समय माता मंदिर पर मां काली के मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह एवम श्री राम कथा का आयोजन किया गया है जिसके चौथे दिन कथा में अयोध्या धाम से पधारे प्रेम मूर्ति युवा संत सर्वेश जी महाराज ने कहा कि भक्तो की रक्षा के लिए लेते हैं प्रभु अवतार सर मनु और शतरूपा के त्याग से हुआ था भगवान श्री राम का अवतार महाराज कश्यप ऋषि एवं आदिती के त्याग और तपस्या से भगवान विष्णु ने लिया था श्री राम के रूप में अवतार जब जब पृथ्वी पर अत्याचार होता है साधु-संतों भक्त सताए जाते हैं तब तक भगवान को अनेक रूपों में अवतार लेना पड़ता है तुलसीदास जी महाराज श्री रामचरितमानस में लिखते हैं कि जब जब होई धरम की हानि बाढाई असुर अधम अभिमानी तब तब प्रभु धरि विविध शरीरा हरहि सदा भव सज्जन पीरा स्वयं मनु और शतरूपा जी ने जो नेमिष तीर्थ में गोमती नदी के तट पर तपस्या की थी उसका प्रतिफल स्वरूप है भगवान श्री राम जी का अवतार श्री मनु और शतरूपा जी ने गोमती नदी के तट पर भगवान से मांग किया था कि चाहहु तुम्हहि समान सूत प्रभू सन कवन दुराव आपके जैसे संतान की आवश्यकता है और जब भगवान महारानी सतरूपा के पास गए तो सतरूपा जी ने कहा कि जो वरदान चतुर नृप मांगा सोई कृपाल मोहि अति प्रिय लगा वही दोनों दशरथ कौशल्या हुए और अयोध्या धाम में महाराज दशरथ जी के यहां मां कौशल्या के उदर से अखिल ब्रह्मांड के नायक चराचर जगत के नियंता मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का प्रादुर्भाव अवध के महाराज दशरथ के यहां हुआ।
उक्त अवसर पर महंत मिथलेश नाथ योगी, पलटू राम विधायक सदर विधायक, कैलाश नाथ शुक्ला विधायक तुलसीपुर, गोविंद सोनकर ब्लॉक प्रमुख सदर,गौरव पांडेअधिवक्ता,रवि, शिवम मिश्रा सहित सैकड़ों की संख्या में गांववासी एवम् कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे।