रामकथा में उमड़ा आस्था का जन सैलाब
बदलता स्वरूप बलरामपुर। श्री देवी पाटन महंथ मिथिलेश नाथ महराज एंव चेयरमैन डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरु ने व्यासपीठ का पूजन कर आरम्भ कराया। आबर समय माता मंदिर परिसर में चल रही संगीतमय श्रीराम कथा के छठवें दिन अयोध्या धाम से पधारे प्रेम मूर्ति युवा संत सर्वेश महराज ने कहा कि मेरी नैया में श्री राम जी सवार गंंगा माई धीरे बहों,
न केवट आना कहे तुम्हार मरम मैं जाना राम जी ने केवट से मांगी नाव मांगी केवट इंकार कर दिया कहा महाराज अगर मुझे बुलाना चाहते हो तो चरण धुलाओ नही तो नाव नही लायेगे पर बिठाकर उस पार करू आपके चरण रज में जादू है जब पत्थर नारी हो सकती है तो मेरी नाव तो काट की है वह तो तुरंत नारी बन जाएगी अरे एक घर में नारी है तो आठ घंटे नाव चलाकर परिवार चलाते हैं जब नाव नारी हो जाएगी फिर तो सोलह घंटे मेहनत करनी पड़ेगी मानस में तुलसी जी कहते हैं कि जो प्रभू पार अवश्य गह चाहहु मोहि पदु पदुम पखारन कहही और फिर प्रभू राम जी बोले कि हे केवट तुम वो करो जिससे नाव पार जाए केवट काठ की कठौता लेकर के जल भरकर कर लाता है प्रभु के चरण पखारता है और पार कराता है। उक्त अवसर पर परम पूज्य महंत मिथलेश नाथ योगी, महंत विनोद नाथ जी महराज, महंत दीनानाथ महराज, प्रदीप सिंह जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायक शैलेष कुमार सिंह शैलू, चेयरमैन डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरु, चेयरमैन रवि सोनी, राकेश तिवारी ब्लॉक प्रमुख, प्रवीण सिंहब्लॉक प्रमुख, डी पी सिंह बैस,वीडॉ.अजय सिंह पिंकू, राम उग्रह सिंह,बीसोनू सिंह,वीशैलेन्द्र प्रताप सिंह, अभिषेक सिंह, राजेश्वर मिश्र,अजय मिश्र, प्रवीण पाण्डेप्रधान कोलवा, कमलेश तिवारी, आद्या सिंह, सरोज तिवारी सभासद, साधना पांडे, ज्योत्सना शुक्ला, सुनीता मिश्र,मीना सिंह, संजय शुक्ल, शुभेंद्र गौरव, शिवम मिश्रा सहित हजारों की संख्या में गांववासी एवम् कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे।