जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण से मचा हड़कंप, वेतन रोकने के दिए निर्देश

परिषदीय विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान डीएम ने चखा एमडीएम

बदलता स्वरूप बलरामपुर। जिलाधिकारी अरविंद सिंह द्वारा विभिन्न कार्यालयों, विद्यालय, चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया गया।जिलाधिकारी द्वारा प्राथमिक विद्यालय रमाईडीह के निरीक्षण के दौरान बच्चों से पाठ्यक्रम के सवाल पूछकर शैक्षिक गुणवत्ता जाना गया। विद्यालय में नामांकित के सापेक्ष कम बच्चे उपस्थित पाए गए। प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय अभी खुला है बच्चे कम आ रहे हैं। जिलाधिकारी ने शिक्षकों को अभिभावकों से मिलकर बच्चों की उपस्थिति बढ़ाए जाने का कड़ा निर्देश दिया गया।

इस दौरान जिलाधिकारी ने स्वयं एमडीएम चखकर गुणवत्ता जानी। उन्होंने मीनू के अनुसार एमडीएम एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखे जाने का कड़े निर्देश दिए।
जिलाधिकारी द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिसई का औचक निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान मेडिकल ऑफिसर डॉ फराज मन्नान अनुपस्थित मिले। अस्पताल में सभी बेड खाली मिले, कोई भी मरीज भर्ती नही पाया गया। डीएम ने स्वास्थ्य केंद्र में साफ सफाई की समुचित व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता एवं मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान किए जाने का निर्देश दिया। पीएससी में बना कोविड वार्ड जोकि संचालित नहीं है उसका हैंड ओवर लेते हुए पूर्ण क्षमता के साथ संचालित किए जाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी द्वारा राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय रमईडीह के निरीक्षण के दौरान मेडिकल ऑफिसर अनुपस्थित मिले। उपस्थित मेडिकल स्टाफ ने बताया कि उनका अन्य चिकित्सालय में भी संबद्धता है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि रोस्टरवार संबंद्ध चिकित्सकों की ड्यूटी बनाई जाए। चिकित्सालय में साफ सफाई की समुचित व्यवस्था का का निर्देश दिया। इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा नगर में झारखंडी मंदिर के समीप अधिशासी अभियंता विद्युत के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। अधिशासी अभियंता विद्युत बालकृष्ण देर से कार्यालय पहुंचे, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई एवं समय से कार्यालय पहुंचने की हिदायत दी गई।

उन्होंने अधिशासी अभियंता को कार्यप्रणाली में सुधार लाने का निर्देश दिया, कहा कि आम जनमानस की बिजली की समस्या का सही प्रकार से समाधान नहीं हो रहा है। विद्युत विभाग के अवर अभियंता व अन्य कर्मचारी विद्युत समस्या को लेकर आम जनमानस की कॉल जरूर रिसीव करें एवं समस्याओं का निस्तारण तत्काल करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी द्वारा कार्यालयों के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोके जाने का निर्देश संबंधित कार्यालयध्यक्षों को दिया गया।