युवा ही सामाजिक चेतना के परिवर्तन का वाहक – प्रो0 विक्रमा प्रसाद

बदलता स्वरूप अयोध्या। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अयोध्या महानगर द्वारा अभाविप के 75वें स्थापना दिवस राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के सुअवसर पर संगोष्ठी का आयोजन का.सु साकेत महाविद्यालय के जेपीएन सभागार में संपन्न हुआ ।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता श्रीमान शिवम मिश्रा प्रांत संयोजक अवध प्रांत, मुख्य अतिथि श्रीमान प्रो विक्रमा प्रसाद पांडेय महानगर संघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अयोध्या महानगर,मुख्य अतिथि साकेत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो अभय कुमार सिंह महानगर अध्यक्ष डॉ आलोक सिंह, महानगर मंत्री सत्यम दुबे जी इकाई अध्यक्ष साकेत महाविद्यालय मानवेन्द्र सिंह जी ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती व स्वामी विवेकानंद के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व पुष्पार्चन कर किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता शिवम मिश्रा ने विद्यार्थियों को अवगत कराया कि इच्छा शक्ति के बल पर असंभव कार्य को भी संभव बनाया जा सकता है। अभाविप अपने 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है जिसमें देश के युवा राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ जुड़कर राष्ट्र का पुननिर्माण करेंगे ।मुख्य अतिथि प्रो विक्रमा प्रसाद पांडेय ने कहा कि युवा चेतना सामाजिक परिवर्तन का वाहक है।युवा आयु के आधार पर नहीं कहा जाता बल्कि कुछ कर लेने की ठान लेने वाला,असंभव को भी संभव बनाने के लिए प्रयत्नशील रहने वाला ही युवा है।समस्या को समाधान व परेशानी को अवसर में बदलने वाला युवा होता है। विद्यार्थी परिषद ने अपने 75 वर्ष की ध्येय यात्रा में युवाओं के ऐसे ही चरित्र को गढ़ने का काम किया है। प्रतिकूल परिस्थितियों में भी विद्यार्थी परिषद ने इसी प्रकार से निरंतर विद्यार्थियों के अंदर उनके व्यक्तित्व विकास के लिए कार्य किया है। विद्यार्थी परिषद विद्यार्थियों को पुस्तक की पढ़ाई से बाहर निकाल कर उन्हें सामाजिक शैक्षणिक संदर्भों की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराती है।अभाविप विवेकानंद को अपना आदर्श मानती है यह अभाविप की दूरदर्शिता का सूचक है।समाज के ऐसे संगठन का सतत विकास स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि अभाविप की इस यात्रा में अनेक आयाम,कार्य,गतिविधियों से प्रत्येक विधा के विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के अवसर मिले हैं।रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से अभाविप ने विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास पर जोर दिया है जिससे अच्छे समाज व राष्ट्र का निर्माण हो सके।अभाविप शैक्षिक परिसरों में राष्ट्रभाव को बुलंद करता रहा है। विशिष्टि अतिथि प्राचार्य प्रो अभय कुमार सिंह ने कहा कि 75 वर्षों की यात्रा में विद्यार्थी परिषद ने अनेक उपलब्धियां अपने नाम की है।विद्यार्थी परिषद सत्ता परिवर्तन नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन में विश्वास रखती है। शैक्षिक व सामाजिक संदर्भों में अनुकूल परिस्थिति ही विद्यार्थी परिषद का ध्येय है।राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के पुनीत कार्य में प्रत्येक युवा को आगे आना चाहिए। महानगर अध्यक्ष डॉ आलोक सिंह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता शैक्षिक परिसर के अंदर शैक्षिक व्यवस्था के संचालन की बात करता है वह उसे करने के लिए विद्यार्थियों की सहायता करता है। महानगर मंत्री सत्यम दुबे जी ने आभार ज्ञापन किया। संगोष्ठी का संचालन साकेत इकाई के मंत्री रत्नेश सिंह ने किया। संगोष्ठी में प्रांत छात्रा प्रमुखडॉ मोनिका परमार महानगर उपाध्यक्ष डॉक्टर लोकेंद्र उमराव,डॉ अवधेश शुक्ला नगर अध्यक्ष डॉ प्रशान्त पांडेय नगर उपाध्यक्ष डॉ विन्ध्या कुमार एम एल एम एल इंटर कॉलेज के प्रवक्ता डॉ राम कुमार शुक्ला जी साकेत महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ प्रशांत पांडेय जी स्कूली विद्यार्थी के प्रांत सयोंजक आशुतोष राणा विभाग कार्यलय मंत्री दुर्गेश तिवारी विभाग संगठन मंत्री अंकित भारतीय महानगर संगठन मंत्री राजवर्धन जी महानगर सहमंत्री अंश जायसवाल प्रियांशु तिवारी ,जयप्रकाश शुक्ला अनुराग तिवारी यश पाठक आयुष सिंह कुंदन विपिन पांडेय एवं पूर्व कार्यकर्ताओं में अवधेश पांडेय बादल ,राजीव पाठक जन्मेजय सिंह बाबा राजहंस मिश्रा छात्रसंघ उपमंत्री सहित सैकड़ो विद्यार्थी उपस्थित रहे।