विकास कार्यों में शिथिलता बर्दाश्त नहीं-जिलाधिकारी

बदलता स्वरूप श्रावस्ती। जिलाधिकारी कृतिका शर्मा की अध्यक्षता में शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता प्राप्त विकास कार्यक्रमों (नवीन 37 बिन्दुओं) एवं निर्माण कार्यो की प्रगति समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सम्बन्धित अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि लक्ष्य के सापेक्ष आवंटित धनराशि का उपयोग कर निर्माणाधीन विकास के अधूरे कार्यो को युद्ध स्तर पर कार्य कराकर पूरा किया जाए। इसके अलावा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों द्वारा कार्ययोजना बनाकर अपने-अपने निर्धारित विभागीय लक्ष्यों को निर्धारित समयावधि के अन्दर पूरा किया जाए। उन्होने कहा कि विकास कार्योे में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। यदि इसमें किसी भी विभागीय अधिकारी द्वारा लापरवाही बरतने की शिकायत मिली तो निश्चित ही उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। बैठक में विकास कार्यो की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि नहरों में समय से टेल तक पानी पहुंचाया जाए, ताकि किसानों को धान लगाने में कोई दिक्कत न होने पाये। उन्होने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की प्रगति में तेजी लाये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निराश्रित गोवंश के अन्तर्गत अधिक से अधिक पशुओं को संरक्षित किये जाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता के अन्तर्गत लक्ष्य को पूर्ण कराते हुए उनका सत्यापन भी कराया जाए तथा गोवंशीय एवं महिशवंषीय पशुओं की शत-प्रतिशत ईयर टैगिंग कराया जाए। बरसात को देखते हुए पशुओं के लिए चारा-पानी आदि की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए तथा उनका शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाए, ताकि गोवंशों को कोई दिक्कत न होने पाये।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (गोल्डेन कार्ड) की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि अभियान चलाकर लक्ष्यों की पूर्ति कराते हुए अधिक से अधिक परिवारों को गोल्डेन कार्ड बनवाया जाय। जिले में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने हेतु कारगर कदम उठाए जाएं, ताकि स्वास्थ्य के देखभाल के अभाव में जिले में किसी भी गर्भवती/धात्री महिला एवं नवजात शिशुओं की मौत न होने पाए। ए0एन0एम0 और आशा गांव में स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन की मुख्य धुरी है इसलिए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी ए0एन0एम0 और आशा वार किये गये कार्यो की समीक्षा भी करें और लापरवाही बरतते पाये जाने पर आशा और ए0एन0एम0 को दण्डित भी किया जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि अस्पताल में आये मरीजों से बेहतर व्यवहार किया जाए तथा उन्हें सरकार द्वारा प्रदत्त सभी सुविधाएं मुहैया करायी जाए। माइक्रो प्लान बनाकर बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा किया जाए, ताकि इस योजना से सम्बन्धित क्षेत्रों के लोगों को पेयजल मुहैया हो सके। ऐसे परिषदीय विद्यालय जहां पर शुद्ध पेयजल का अभाव हो, उनका चिन्हांकन कर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाए, ताकि बच्चों को कोई दिक्कत न होने पाये। निर्माण कार्यो की समीक्षा के दौरान सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया गया कि सभी परियोजनाएं समय से गुणवत्तापूर्वक ढंग से पूर्ण करायी जाए। जिन परियोजनाओं में धन का आवंटन अपेक्षित है, अथवा शासन स्तर पर लम्बित है। उसके लिए पत्राचार किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।

इसके अतिरिक्त बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, प्रोबेशन, बेसिक शिक्षा विभाग, कौशल विभाग सहित अन्य तमाम विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की गई और लक्ष्य पूरा करने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक का संचालन जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अजय कुमार यादव ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार यादव, जिला विकास अधिकारी रामसमुझ, उपनिदेशक कृषिक कमल कटियार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 मानव, डी0सी0 एन0आर0एल0एम0, जिला कृषि अधिकारी अनिल प्रसाद मिश्र, जिला विद्यालय निरीक्षक, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एस0के0 हरित, अधिशासी अभियंता विद्युत रणजीत चौधरी, अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्य खण्ड विनोद कुमार गुप्ता, जिला समाज कल्याण अधिकारी डा0 अमरनाथ यति, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी पी0के0 दास, जिला प्रोवेशन अधिकारी सुबोध कुमार सिंह, सहायक श्रमायुक्त सन्तपाल, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत सुभाष चन्द्र भारती सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारीगण एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।