बदलता स्वरूप श्रावस्ती। जिलाधिकारी कृतिका शर्मा की अध्यक्षता में तहसील इकौना में राहत चौपाल का आयोजन किया गया। इस चौपाल में जिलाधिकारी ने 66 ग्राम प्रधानों से सीधा संवाद किया तथा उनकी समस्याओं को सुनकर उनके समाधान का भरोसा दिलाया। प्रधान मनिकाकोट के प्रधान बलराम यादव, प्रधान बेलकर रविन्द्र कुमार शुक्ला, प्रधान कोड़री डीगर इमामदार, प्रधान कटरा छांगुर, प्रधान रमनगरा उषा देवी ने अपने ग्राम के संबंध में समस्याओं से जिलाधिकारी को अवगत कराया। जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए और जनप्रतिनिधियों, आपदा मित्रों से सहयोग की अपील की। इसके अतिरिक्त बाढ़, बाढ़ के बाद, व वज्रपात के दौरान क्या करें क्या न करें का एक जागरूकता पंपलेट जारी किया गया। जिसे सभी प्रभावित गांवों में पहुंचाया जायेगा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि आपदाओं से होने वाली जनहानियों को न्यूनीकृत करने तथा ग्रामीण स्तर तक आम जनमानस को संभावित बाढ़ के दुष्प्रभावों से बचाने व भविष्य में होने वाली आपदाओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से राहत चौपालों का आयोजन किया जा रहा है। इससे जनसमुदाय का क्षमता संवर्धन होगा और वह आपदाओं से अपनी सुरक्षा कर सकेंगे।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) अमरेन्द्र वर्मा ने बताया की इस वर्ष बाढ़ से पूर्व संवेदनशील गांवों में चौपाल के आयोजन किए जायेंगे, जिससे आम जनसमुदाय और प्रशासन के बीच आपदा के समय अच्छा समन्वय स्थापित हो सके।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी रामदत्त राम ने जिलाधिकारी को तहसील स्तर पर बाढ़ की तैयारियों से अवगत कराया।
कार्यक्रम का संचालन आपदा विशेषज्ञ अरुण कुमार मिश्र ने किया।
इस अवसर पर तहसीलदार अरुण कुमार, नायब तहसीलदार क्रमशः गिरीश चन्द्र तिवारी, राघवेन्द्र पांडेय, डी0सी0 एन0आर0एल0एम0 राजीव कुमार, सीएचसी अधीक्षक इकौना, खण्ड विकास अधिकारी क्रमशः गिलौला, इकौना, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत इकौना विनीत कुमार सहित राजस्व, पुलिस, विकास विभाग के तहसील स्तरीय अधिकारी/कर्मचारी गण उपस्थित रहे।