बदलता स्वरूप अयोध्या। महिला पत्रकार को रात मे अवैध तरीके से गिरफ्तार करने पर पत्रकार संगठनो मे आक्रोश, पत्रकार के साथ गाली – गलौच, धमकी व मांगी गई रिश्वत। अवैध तरीके से गिरफ्तारी पर फिर से विवादो मे कोतवाली नगर पुलिस।
मामला जनपद के कोतवाली नगर थाना क्षेत्र से जुड़ा है जहाँ एक समाचार पत्र की जिला संवाददाता मिताली रस्तोगी को अवैध तरीके से पुलिसकर्मियों द्वारा गिरफ्तार किया गया है उनके साहबगंज स्थित मकान मे मंगलवार रात लगभग 1 बजे राम पथ मार्ग के लिए मकानों के ध्वस्तीकरण का कार्य हो रहा था जिस पर उन्होंने पुलिसकर्मियों से मकान के अंदर रखे अपने घरेलू सामान और गहने हटाने का अनुरोध किया तो पुलिसकर्मियों द्वारा महिला पत्रकार के साथ अभद्रता की गई, पत्रकार ने बताया कि उनके मकान का परिवारिक विवाद है जिसका वाद न्यायालय मे लंबित है विपक्षीगणों से साँठगाँठ कर ध्वस्तीकरण टीम और पुलिसकर्मियों ने उनके पूरे मकान को नियमो व मानक के विपरीत जाकर ध्वस्त कर दिया ताकि उनमें कोई रह न सके, पुलिस ने मेरे संवैधानिक अधिकारों का भी हनन किया है।
उन्होंने रात 1 बजे मुझ पीड़ित को ही गिरफ्तार कर लिया जबकि रात मे किसी महिला को गिरफ्तार करना कानूनन अवैध है। साथ ही मेरा मोबाइल छीनकर उसमे मौजूद पुलिस के अवैध कृत्यो के सारे वीडियो, तस्वीरे डिलीट कर दिया गया। बेवजह मुझे कोतवाली मे रात भर बैठाये रखा गया। मेरे परिवार को भी सूचना दी गई और दूसरे दिन दोपहर 3 बजे नगर मजिस्ट्रेट के न्यायालय मे शांति भंग की धारा लगाकर पेश किया गया, आरोप यह भी की पुलिसकर्मियों द्वारा पत्रकार से रिश्वत भी माँगी गई। साथ ही जमकर गालीगलौज भी की गई, मामले को लेकर पत्रकार संगठनो मे आक्रोश है मामले मे पुलिसकर्मियों व पत्रकारों से बहस भी हुई है।
पत्रकारों द्वारा मामले मे दोषी पुलिसकर्मीयों पर आपराधिक वाद दायर करने व मुख्यमंत्री, महिला आयोग व उच्च न्यायालय से दखल देकर मामले को संज्ञान मे लेने की प्रक्रिया पर तैयारी की जा रही है।