बदलता स्वरूप गोंडा। साफ-सफाई हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। यह हमारे जीवन की प्राथमिकता भी है। स्वच्छता जरूरी है क्योंकि साफ-सफाई से हम जीवन में आने वाली कई परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं। उक्त विचार सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम जायसवाल ने नागेश्वर पुरवा में नागेश्वरनाथ शिव मंदिर के परिसर की साफ सफाई के दौरान कहीं। बृहस्पतिवार सुबह सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम जायसवाल की अगुवाई में मंदिर पुजारी अरुण कुमार तिवारी छोटू मौर्य रणधीर सुरेश जयसवाल करिया देवी प्रसाद जयसवाल रामबरन मौर्या वीरेंद्र मौर्या नवनीत जयसवाल छैल बिहारी जयसवाल लाल बिहारी जयसवाल सहित सभी लोगों ने मंदिर परिषद में स्वच्छता अभियान चलाकर साफ सफाई की। सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम जायसवाल ने कहा कि स्वच्छता का अर्थ है सफाई से रहने की आदत। सफाई से रहने से जहां शरीर स्वस्थ रहता है, वहीं स्वच्छता तन और मन दोनों की खुशी के लिए आवश्यक है। स्वच्छता, सभी लोगों को अपनी दिनचर्या में अवश्य ही शामिल करना चाहिए। ‘स्वच्छता ही सेवा है। हमारे देश के लिए, हमारे जीवन में स्वच्छता की बहुत जरूरत है। गंदगी हमारे आसपास के वातावरण और जीवन को प्रभावित करती है। हमें व्यक्तिगत व आसपास भी सफाई अवश्य रखनी चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। स्वच्छता का महत्व- अभी कोरोना काल में रोगियों की बढ़ती जनसंख्या एवं अस्पतालों में साफ-सफाई को ध्यान देने की आवश्यकता से यह बात और भी स्पष्ट हो गई है कि जीवन में स्वच्छता की कितनी जरूरत है। जीवन में स्वच्छता से तात्पर्य स्वस्थ होने की अवस्था से भी है। स्वच्छता एक अच्छी आदत है जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाती है। यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। हमारे लिए शरीर की भी स्वच्छता बहुत जरूरी है, जैसे रोज नहाना, स्वच्छ कपड़े पहनना, दांतों की सफाई करना, नाखून काटना, आदि। इसके लिए हमें प्रतिदिन सुबह जैसे ही हम सोकर उठते हैं, अपने दांतों को साफ करना चाहिए। चेहरा, हाथ पैर धोना चाहिए। साथ ही स्नानादि और दैनिक क्रियाओं को समय पर पूर्ण करना चाहिए।स्वस्थ रहने और शांति से जीवन जीने का अच्छा गुण है। इसके लिए घर के बड़े-बुजुर्गों को और माता-पिता और को अपने बच्चों में इस आदत को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि वे स्वच्छता के महत्व को समझें। स्वच्छ भारत अभियान-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की 145वीं जयंती पर चलाया गया एक महत्वपूर्ण अभियान है। यह अभियान नई दिल्ली के राजघाट से शुरू किया गया था। यह एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है और भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत कई योजनाएं शामिल की गई है, जिसमें ग्रामीणों के घरों में शौचालाय निर्माण प्रमुख हैं, जिससे लोग आस पास की स्वच्छता का महत्व समझेंगे और वातावरण को स्वच्छ रखेंगे।
