बदलता स्वरूप गोंडा। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, इटियाथोक में विशाल मानसिक स्वास्थ्य जागरुकता एवं उपचार शिविर लगाया गया। अधीक्षक डॉ सुनील कुमार की अगुवाई में लगे शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख इटियाथोक पूनम द्विवेदी ने किया। इस मौके पर उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य व इससे जुड़ी अन्य बीमारियों के रोकथाम, बचाव और इलाज पर अपने विचार रखे। साथ ही सरकार की ओर से प्रदान की जा रही मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी देते हुए लोगों से मानसिक बीमारियों को छिपाने नहीं बल्कि तुरंत इलाज कराने के प्रति जागरुक किया। इस मौके पर अधीक्षक डॉ सुनील कुमार ने मौजूद मानसिक रोगियों के स्वजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी द्वारा अलग-अलग मानसिक दबाव का अनुभव किया जाता है, जो विभिन्न मानसिक रोगों का कारण होता है। उन्होंने कहा कि समाज में मानसिक रोग से ग्रसित लोगों को हीन भावना से देखा जाता है, इस कारण लोग इसे छुपाते हैं। यह जागरूकता लाना कि मानसिक रोग भी अन्य रोगों के समान ही है, इस तरह के मानसिक स्वास्थ्य शिविर आयोजन का मुख्य उद्देश्य है ताकि लोग मानसिक बीमारी छुपाने के बजाय सामने लाएं और समय से इलाज कराएं। मनोचिकित्सक डॉ नूपुर पॉल ने क्षेत्र के विभिन्न गांवों से शिविर में पहुंचे 25 मानसिक रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें चिकित्सकीय उपचार प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए व्यक्ति को नींद 6 से 8 घंटे लेना जरूरी है। इसके अलावा प्रतिदिन व्यायाम, साफ-सफाई, शुद्ध और ताजा भोजन, धूम्रपान का सेवन न करना समेत अन्य जरूरी आदतों को अपने दैनिक जीवन में जरूर शामिल करना चाहिए, इससे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता उमेश भारद्वाज ने लोगों को मानसिक बीमारियों के लक्षणों जैसे- नींद न आना, उलझन, घबराहट, मिर्गी के दौरे, डिप्रेशन, सिर में दर्द, चक्कर आना, आत्महत्या के विचार आना,अपने आप से बात करना, शक करना, भूत-प्रेत की छाया दिखना, डर लगना, पढ़ाई में मन न लगना आदि के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी चिकित्सकीय उपचार व परामर्श के लिए जिला चिकित्सालय गोण्डा के ओपीडी कक्ष संख्या 33 में सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक पहुंचने की सलाह दी। इसके अलावा लोगों को फॉलोअप व परामर्श के लिए जिला चिकित्सालय के मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन नंबर 6392540889 व राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी तरह की मानसिक समस्या होने पर परामर्श हेतु टेलीमानस हेल्पलाइन नंबर 14416 पर संपर्क करने की सलाह दी गई।शिविर में साइकेट्रिक नर्सिंग ऑफिसर कमला मिश्रा द्वारा मरीजों को दवा का वितरण किया गया।
मरीजों का ब्लड-प्रेशर और मधुमेह जांच स्टाफ नर्स तुषार डेनियल ने किया। इस मौके पर डॉ एसके प्रजापति, सीएचसी के समस्त स्टाफ, क्षेत्र की आशा व एएनएम उपस्थित रहीं।