निराश्रित गोवंशों को बरसात से बचाव हेतु किये जाएं समुचित प्रबन्ध-जिलाधिकारी

बदलता स्वरूप ब्यूरो
श्रावस्ती। जिलाधिकारी कृतिका शर्मा ने विकास खण्ड हरिहरपुररानी अन्तर्गत ग्राम वर्गावर्गी में स्थित गो आश्रय स्थल का निरीक्षण कर जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चन्नी, भूसा, पानी, प्रकाश तथा जल निकासी आदि व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों से टीकाकरण व ईयर टैगिंग के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होने कहा कि गो-आश्रय स्थल में रहने वाले गोवंशों को कोई दिक्कत न हो, इसका सम्बन्धित अधिकारीगण विशेष ध्यान रखे। पशुओं के लिए चारा-पानी एवं उनके रहने के लिए छाया की व्यवस्था भी सुनिश्चित रहनी चाहिए। यदि कहीं भी किसी भी क्षेत्र में कोई भी गोवंश के अस्वस्थ्य होने की सूचना मिलती है तो सम्बन्धित क्षेत्र के पशु चिकित्साधिकारी उनका इलाज भी सुनिश्चित करें और गोवंश के स्वस्थ्य होने के बाद उसकी रिपोर्ट उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी/मुख्य पशु चिकित्साधिकारी प्रस्तुत करेंगे।
 उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि गो आश्रय स्थल में संरक्षित पशुओं का समय से टीकाकरण किया जाए और चिकित्सक द्वारा समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की जाँच भी कराना सुनिश्चित किया जाय, ताकि पशु बीमार न होने पाए। उन्होने कहा कि जो भी पशु पालन हेतु इच्छुक व्यक्ति है, उन्हें पात्रता के आधार पर पशु भी दिये जाये और उनका नाम, मोबाईल नम्बर, पता इत्यादि दर्ज कराने के साथ-साथ उनकी मानिटरिंग भी की जाए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि निराश्रित गोवंशों को बरसात से बचाव हेतु समुचित प्रबन्ध किये जाएं। जलभराव वाले गो-आश्रय स्थलों में जलभराव की स्थिति में गोवंशों को सुरक्षित रखने के लिए स्थान पहले से ही सुनिश्चित कर लिया जाए, ताकि गोआश्रय स्थल में पानी भरने पर निराश्रित गोवंशों को संरक्षित किया जा सके। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि आश्रय स्थल में संरक्षित समस्त गोवंशों का नियमित निरीक्षण एवं पंजिका पर अंकन कराना सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी भिनगा पीयूष जायसवाल सहित केन्द्र प्रभारी एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहें।