बदलता स्वरूप गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ समिति की बैठक की। इसमें उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने पाया कि कई एएनएम का स्थानांतरण हो जाने के बाद भी उन्होंने नई तैनाती स्थल पर योगदान नहीं दिया है। इस पर उन्होंने सीएमओ को सख्त निर्देश दिए कि ऐसी एएनएम जिन्होंने अभी तक नयी जगह अभी तक कार्यभर ग्रहण नहीं किया है ऐसी एएनएम के खिलाफ अंतिम नोटिस जारी करते हुए एफआईआर दर्ज कराई जाए। उन्होंने कहा शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्वास्थ्य कार्यक्रमों में प्रगति धीमी पाए जाने पर नोडल अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए सभी नोडल अधिकारी को चेतावनी दी कि योजनाओं के संचालन में जरा सी भी लापरवाही हुई तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नोडल अधिकारियों को कार्यक्रमों के लिए आने वाले बजट को समय से खर्च करने के निर्देश दिये। उन्होंने का यदि किसी कार्यक्रम हेतु आवंटित बजट को खर्च नहीं किया गया तो संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
इसके अलावा उन्होंने पीसीपीएनडीटी की बैठक की जिसमें नवीनीकरण हेतु 12 आवेदन, पंजीकरण हेतु तीन, स्थल परिवर्तन हेतु 3, निरस्तीकरण के 5 आवेदन आये जिस पर उन्होंने समिति का निर्देश दिया कि सभी आवेदनों को सर्वे कराकर प्रस्तुत किया जाए साथ ही निरस्त्रीकरण के आवेदनों को अंतिम नोटिस जारी किया जाए। इसके अलावा उन्होंने संचारी रोग नियंत्रण अभियान एंव दस्तक अभियान की समीक्षा की जिसमें उन्होंने कहा कि इन अभियानों के दौरान जिन आशाओं के द्वारा लापरवाही बरती जा रही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एम.अरुन्मोली, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, एसीएमओ, डॉक्टर आरपी सिंह, डॉक्टर शेषनाथ सिंह यूनिसेफ, सहायक शोध अधिकारी, समस्त सीएचसी अधीक्षक, डीपीएम अमरनाथ सहित सभी विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।