श्रद्धालुओं ने बाबा बालेश्वर नाथ मंदिरमें जलाभिषेक किया

चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल भारी संख्या में मौजूद रही

बदलता स्वरूप गोंडा। सावन की चौथा सोमवार शिव भक्तों की भारी भीड़ ने बाबा बालेश्वर नाथ मंदिर पर जलाभिषेक कर पूजन अर्चन की।
बाबा बालेश्वर नाथ मंदिर परिसर में सुबह 4 बजे से ही ओम नमः शिवाय हर हर महादेव के जयकारों से गूंज रहा था। महिलाओं की टोली भजन गाते हुए मंदिर की तरफ बढ़ रही थी। पुरुषों के साथ बच्चे भी भोलेनाथ का जयकारा लगाते हुए मंदिर के तरफ बढ़ते जा रहे थे। मंदिर से 500 मीटर पहले से तैनात पुलिस बल लोगों की गाड़ियों को बाहर ही जमा कराकर पैदल जाने दे रही थी। पुलिस के इस कार्य से मंदिर रास्ता सुगम हो गया था। इसको लेकर लोगों में उत्साह रहा लोग स्वेच्छा से ही दूर पंडाल में मोटरसाइकिल जमा कर पैदल ही महादेव मंदिर के तरफ जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। मंदिर परिसर में फूल माला बेचने वाले माली की दुकानें क्रमबद्ध से सजी हुई और उनके दुकानों पर कमल के फूल अलग रंग बिखेर रहते हैं। मंदिर के परिसर में आधा दर्जन कुआं पर लोग डोरियों के सहारे जल निकालकर भोले बाबा को चढाने के लिए आगे बढ़ रहे थे। सैकड़ों की संख्या में लोग हाथ में जल लेकर लंबी लाइन में खड़े अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे काफी गर्मी थी फिर भी लोगों के चेहरे पर भोले बाबा पर जल चढ़ाने की खुशी साफ नजर आ रही थी। मंदिर परिसर में चारों तरफ पालथी पूजन करने वाले पंडित भोलेनाथ की ध्यान में लगे दिखे।

वही श्री सत्यनारायण व्रत कथा सुनने वालों की भी काफी भीड़ रही। बीच-बीच में शंख की ध्वनि और मंदिर के घंटों की धुन वातावरण को सुखमय बना रहा था। मंदिर के बाहर चारों तरफ नगाड़ों बधाई बजाने वाले काफी खुश नजर आए। श्रद्धालुओं ने उन्हें बधाई बजाने के नाम पर दान करते भी नजर आए। सावन माह और भोले का मंदिर फिर भक्त कहां रुकने वाले हर-हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान पर सर आनंद की वर्षा कर रहा था। इस बार सावन में और अधिक मास मिलाकर 2 माह का मेला है लेकिन शुक्र और सोमवार को काफी संख्या में लोक पहुंचकर भोलेनाथ जी को जल अर्पण करते हैं और पूजा अर्चन कर अपने जीवन की मंगल कामना करते हैं। बाकी दिनों की अपेक्षा सोमवार को काफी अधिक भीड़ होती है।