सभी लोग दिल का रखें ध्यान-डॉ पंकज श्रीवास्तव*

* बदलता स्वरूप गोण्डा। हमारे देश में मधुमेह व हृदय रोग की बीमारी बड़ी तेजी से फैल रही है या बीमारी आजकल युवा वर्गों में अधिक पाई जा रही है आने वाले वर्षों में हृदय रोग से हर दसवां भारतीय इन रोगों से ग्रसित होगा इसलिए हम एक जिम्मेदार चिकित्सक के रूप में हृदय रोग के उपचार के साथ-साथ इस बीमारी से बचने के उपाय के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है यह बात चरक हॉट इंस्टीट्यूट लखनऊ एवं कार्डियोलॉजिस्ट संगठन गोरखपुर एवं जनरल फिजिशियन गोरखपुर के संयुक्त कार्यशाला में चरक हॉस्पिटल के कार्डियक डायरेक्टर वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ पंकज कुमार श्रीवास्तव ने कही आगे बताया कि आज कल की तनाव भरी भागदौड़ की जिंदगी अनियमित खानपान पर जंक फूड के कारण हार्ट की समस्या बढ़ रही है अटैक पडने पर अगर सही समय पर दिल की धमनियों के बंद को खोल कर मरीज की जान बचाई जा सकती हैं इस बीमारी को कोरोनरी आर्टरीज डिजीज धमनी रोग कहते हैं इसीलिए सभी लोग दिल का रखें ध्यान। मुख्य अतिथि के रूप में बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के प्राचार्य डॉ राम कुमार जायसवाल ने कहा कि लोगों में हृदय रोग के प्रति जागरूकता का अभाव है अगर सही समय पर व्यक्ति का उपचार हो जाए उस व्यक्ति को गंभीर बीमारी से बचाया जा सकता है डॉ नवनीत जयपुरियार ने कहा कि ये बीमारी युवा वर्गों में अधिक पाई जा रही है हार्ट अटैक एक जानलेवा बीमारी है उन्होंने कहा कि इस बीमारी से करीब 25 फ़ीसदी लोगों की मृत्यु हो रही है जबकि शेष अपनी जिंदगी दिल की खराब होने के साथ जीते हैं। कार्डियोलॉजिस्ट डॉ सी पी शाही ने बताया कि हृदय रोग के मरीजों को छोटी-छोटी सांसे आना धड़कन तेज हो जाना उल्टी आने का एहसास पेट भरा होना कमजोरी घबराहट पैरो में सूजन आदि लक्षण पाए जाते हैं कार्डियोलॉजिस्ट डॉ दीपक तिवारी ने कहा कि इस गंभीर बीमारी से बचने के लिए रोजाना कम से कम 45 मिनट का व्यायाम खाने में नमक व तेल का सेवन कम किसी भी प्रकार के तंबाकू के सेवन से बचना चाहिए जीपी संगठन की अध्यक्ष डॉ प्रतिभा गुप्ता ने कहा कि ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को कंट्रोल में रखना चाहिए डीएम कार्डियोलॉजिस्ट डॉ सुधीर कुमार ने कहा कि हृदय रोग की बीमारी एक बड़ी चिंता का विषय है उन्हें सही समय पर सही उपचार की आवश्यकता पड़ती है। कार्यक्रम का संचालन डॉ इस कार्यशाला में गोरखपुर के प्रतिष्ठित कार्डियोलॉजिस्ट संगठन एवं जीपी संगठन के डॉक्टर उपस्थित थे।