विभाजन विभीषिका समृति दिवस मनाने का फैसला ऐतिहासिक-सुरेश चंद्र तिवारी

बदलता स्वरूप बलरामपुर । भारतीय जनता पार्टी द्वारा विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर एक मौन जुलूस का आयोजन दोपहर 2:00 बजे अटल भवन तुलसी पार्क से अम्बेडकर तिराहा, मेजर चौराहा, चौक बाजार होते हुए वीर विनय चौक व अटल भवन तक आयोजित किया गया, जिसके मुख्य अतिथि पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष, पूर्व विधायक सुरेश चंद्र तिवारी रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह के नेतृत्व में सदर विधायक पल्टूराम, तुलसीपुर विधायक कैलाशनाथ शुक्ला, नगर पालिका चेयरमैन डॉ धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू, गेल्हापुर महंत बृजानंद महाराज, सह संयोजक विनय मिश्रा, वरिष्ठ नेता अजीत प्रताप सिंह, उतरौला चेयरमैन प्रतिनिधि अनूप चंद्र गुप्ता, पंचपेड़वा नगर पंचायत चेयरमैन रवि वर्मा, ब्लॉक प्रमुख राकेश तिवारी, मनोज तिवारी, हेमंत जायसवाल, एम एलके पीजी कालेज प्राचार्य डॉ जेपी पांडे, जिला उपाध्यक्ष बृजेन्द्र तिवारी, जन्मेजय सिंह, आद्या सिंह, रामकरन मिश्रा, जिला महामंत्री विष्णु देव गुप्ता, वरूण सिंह मोनू, रवि मिश्रा, बिंदु विश्वकर्मा, जिला मंत्री अवधेश तिवारी, रामदीन वर्मा, सुनीता मिश्रा, मीडिया प्रभारी डीपी सिंह बैस, सह मीडिया प्रभारी संदीप उपाध्याय, शैलेंद्र सिंह, झूमा सिंह, डॉ प्राजंल त्रिपाठी, सुधा पांडे, साधना पांडे मंडल अध्यक्ष अरविंद तिवारी, राकेश गुप्ता, कृष्ण गोपाल गुप्ता, राम निवास वर्मा, शिव प्रताप सिंह, ओम प्रकाश त्रिगुणायत, राघवेंद्र कांत सिंह, सरोज तिवारी, अक्षय शुक्ला, विनोद गिरी सहित तमाम सभासद व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही। मौन जुलूस के पश्चात संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें विस्थापित परिवार के रूप में केवल शर्मा, प्रीतम सिंधी, सरदार परमजीत सिंह को मुख्य अतिथि सुरेश चंद्र तिवारी, भाजपा जिलाध्यक्ष, विधायकों व नगरपालिका चेयरमैन द्वारा सम्मानित किया गया।

श्री तिवारी ने कहा कि विभाजन की विभीषिका इतनी दर्दनाक है कि उसका वर्णन नही किया जा सकता और यह दिवस मनाने का फैसला सराहनीय है इससे लोगों में सामाजिक सदभाव बढ़ेगा हमे यह समझना होगा कि जब देश का बटवारा होता है तो सभी का कितना बड़ा नुकसान होता है भारत का बटंवारा कितनी हिंसा के साथ हुआ लाखों लोग मारे गए आप उनके चित्र देखेंगे तो विचलित हो जायेंगे रेलवे की पटरियों पर लोगों की लाशें बिछी थी पाकिस्तान में धर्म के नाम पर लोगों को मारा गया जो बेहद निंदनीय कुकृत्य था, अपने आप को धर्मनिरपेक्ष कहने वाले तत्कालीन कांग्रेस के नेताओं ने भारत का विभाजन स्वीकार किया। धर्म मजहब के नाम लाखों लोगों को इधर उधर जाना पड़ा। विभाजन विभीषिका समृति दिवस इसी दर्द को याद करने का दिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विस्थापित परिवारों को भारत की नागरिकता देने का कार्य कर रहे हैं। कश्मीर में धारा 370 को खत्म किया गया आज कश्मीर में अमन चैन है वहां के लोग आज तिरंगा रैली निकाल रहे हैं। संगोष्ठी में सरदार परमजीत सिंह ने विभीषिका का दर्द लोगों में बांटा। वही विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ला व सदर विधायक पल्टूराम ने कहा कि चंद लोगों ने अपने स्वार्थ के चलते देश का बटवारा होने दिया, देश के विभाजन से लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा और अपने जान से हाथ धोना पड़ा। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह दिन स्मृति दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया ताकि देश का बटवारा फिर से न हो और हम देश विरोधी ताकतों को पहचान सकें । भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने विभीषिका के स्मृति दिवस पर शहीदों को नमन करते हुए सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।