बेदम जिलाध्यक्षों को हटाने हेतु भाजपा का मंथन शुरू

आरोपों से घिरे, क्या बमबम को पुनः मिलेगी ताजपोशी

बृजेश सिंह विशेष संवाददाता
बदलता स्वरूप गोंडा। भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई ने लगभग 40 जिलों के जिलाध्यक्षों के परिवर्तन की सूची बना ली है। इस सूची के अनुसार देवीपाटन मंडल के 4 जिलों में से 3 जिलों के भाजपा जिलाध्यक्ष बदले जा सकते हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यालय के बड़े पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर यह जानकारी प्रदान की कि गोंडा जिले में पिछड़े वर्ग से मौजूदा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप बमबम का पत्ता कटना तय है। गोंडा भाजपा के पदाधिकारियों ने भी नाम न छापने की शर्त पर यह बताया कि मौजूदा भाजपा जिलाध्यक्ष हमेशा चाटुकार लोगों के बीच घिरे रहते हैं। मौजूदा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप केवल अखबारों में सुर्खियां पाने के लिए फोटो खिंचवाने में मशगूल रहते हैं और उनके द्वारा संगठन के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। अखबारी बयानबाजी में मशहूर मौजूदा जिलाध्यक्ष के चुनिंदा सहयोगी केवल उन्हीं के पास जाते हैं जो रसूखदार होते हैं और धन-धान्य से फलीभूत रहते हैं। उनके चुनिंदा सहयोगी भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों को किसी भी प्रकार की अहमियत नहीं देते, जिसकी वजह से भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ताओं का पार्टी से मोहभंग हो रहा है और बहुत से बड़े पदाधिकारियों ने अब पार्टी के कार्यक्रमों में जाना बंद कर दिया है तथा पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बनाए रहते हैं। जिलाध्यक्ष के द्वारा नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत के चुनाव में टिकट वितरण के नाम पर धन उगाही की चर्चाएं चुनाव के समय तेज थीं। जिससे संगठन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी नाराज भी हो गए क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा जिलाध्यक्ष अमर किशोर बमबम द्वारा गलत प्रत्याशियों को टिकट दिया गया,
जो जिले में चर्चा का विषय भी बना और कार्यकर्ताओं के विभिन्न बैठकों में जिलाध्यक्ष एवं उनके चहेते पदाधिकारियों पर दोषारोपण भी किया गया। संगठन के कई पदाधिकारियों ने पार्टी द्वारा घोषित भाजपा प्रत्याशियों का खुलकर विरोध किया इसको लेकर समीक्षा बैठक में कहासुनी एवं हाथापाई की नौबत भी आ गई, जिसे सभी लोग जानते भी हैं और जो आम जनता में भी चर्चा का विषय बना। इस से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों और आम कार्यकर्ताओं को तरजीह न दिए जाने से उन लोगों ने बैठकों में जाना बंद कर दिया। भाजपा पदाधिकारियों का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष चापलूस और चाटुकारिता एवं अवसरवादी लोगों के बीच हमेशा घिरे रहते हैं। उनके पास आर्थिक रूप से समृद्ध लोगों की एक टीम है, जिसके हनक के दम पर वह पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं पर अपनी हनक जमाते हैं और उन्हें संगठन से बाहर भी निकालने की धमकी देते हैं।

संगठन के पदाधिकारियों ने और कार्यकर्ताओं ने यह भी बताया कि जो संगठन के पुराने कार्यकर्ता हैं उन्हें सम्मान नहीं मिल रहा, इसी वजह से वह बैठकों में नहीं जाते हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा एवं नाराजगी के साथ-साथ भाजपा समर्थकों की बढ़ती हुई उदासीनता लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को नुकसान पहुंचा सकती है। जिसका अंदाजा प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यकारिणी को लग चुका है। जिसकी वजह से मौजूदा भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप बमबम की कुर्सी का जाना तय माना जा रहा है। इस बात की जानकारी भाजपा पदाधिकारियों को भी है। जिसकी वजह से लगभग एक दर्जन पदाधिकारी जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो चुके हैं और अपने अपने राजनीतिक आकाओं के संपर्क में हैं। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष की दौड़ में पूर्व जिलाध्यक्ष सूर्य नारायण तिवारी, राकेश तिवारी, अनुपम प्रकाश मिश्र, मनीष सिंह श्रीवास्तव, राजेश रायचंदानी, दीपक अग्रवाल, धीरेंद्र पांडे, वर्षा सिंह सहित कई नाम चर्चा में है। आपको बताते चलें कि गोंडा नगर पालिका परिषद के चुनाव में समाजवादी पार्टी जीती। जबकि नगर पालिका परिषद करनैलगंज में भारतीय जनता पार्टी जीती। वहीं मौजूदा नगर पंचायतों में समाजवादी पार्टी ने बेलसर, कटरा पर अपना कब्जा जमाया, नवाबगंज में निर्दलीय प्रत्याशी विजयी हुआ। वहीं भारतीय जनता पार्टी को मात्र तरबगंज, मनकापुर, खरगूपुर और धानेपुर में विजय मिली। जबकि पूरे जनपद को भाजपा का गढ़ माना जाता है। जिससे भाजपा की मौजूदा प्रदेश कार्यकारिणी मौजूदा जिलाध्यक्ष अमर किशोर बमबम से बेहद नाराज है। आपको बताते चलें कि गोंडा और कैसरगंज दोनों सीटों पर भाजपा काबिज है जबकि गोंडा की सभी 7 की 7 सीटों पर भाजपा विजयी हुई और भाजपा के सातों विधायक भी स्पष्ट रूप से मौजूदा भाजपा जिलाध्यक्ष के बारे में किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से कतराते हैं और इस मामले पर वह खुद खुलकर कुछ नहीं बोलते, जिससे भाजपा के समर्थकों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी व्याप्त है।