बदलता स्वरूप अयोध्या। लगभग 2 दशको सड़क, बिजली,आधारभूत संरचना व विकास को तरसते सरयू नदी के तट पर स्थित को आज हजारों करोड़ की योजनाओं ने घेर रखा है। बंधे पर निर्मित नई सड़क पर अलग-अलग विभागों के बड़े से लेकर छोटे अधिकारियों की गाड़ियों का काफिला कई लगाते देखा जा सकता है। अयोध्या विकास प्राधिकरण की महायोजना 2001 में अयोध्या के गुप्तार घाट के समीप माझा जमथरा गांव को डूब क्षेत्र व बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के रूप में दर्ज किया गया था। परंतु गुप्तार घाट से नया घाट तक तटबंध व सडक निर्माण के बाद, माझा जमथरा को अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल के रुप में विकसित की योजना अयोध्या विकास प्राधिकरण ने तैयार कर ली है। इसलिए प्राधिकरण के द्वारा महायोजना 2031 में भूउपयोग परिवर्तित करके मांझा जमथरा गांव को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से बाहर कर दिया गया है। इससे प्राधिकरण सहित भूस्वामियों में उत्साह बढ़ गया है। माझा जमथरा को अयोध्या में मनोरंजक गतिविधियों के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। हाल ही में प्राधिकरण ने रामचरितमानस अनुभव केंद्र को विकसित करने के लिए वाराणसी की प्राइवेट एजेंसी अभियंत्रण का चयन कर लिया है। यह अनुभव केंद्र 73 एकड़ में होगा। इस अनुभव केंद्र में 100 टेंट की टेट सिटी के साथ राम दरबार, धार्मिक हाट, टॉयलेट ब्लॉक, लैंडस्केप जोन, ओपन सिटिंग, किचन,श्री राम जल समाधि स्थल, लोक नृत्य स्टेज, म्यूजिक स्टेज रामलीला एंटरटेनमेंट जोन, सिटिंग पालजा, अंब्रेला सेंड सीटिंग, फायर शो स्टेज, ध्यान गुफा, योग क्षेत्र, गेस्ट रूम, ओपन एयर थिएटर, बाजार हाट, फूड कोर्ट, बहुउद्देशीय हाल, घुड़सवारी, इंडोर स्पोर्ट सहित अन्य सुविधाएं होंगी। माझा जमथरा के निकट अफीम कोठी के नाम से प्रसिद्ध नवाब सुजाउद्दौला का महल संग्रहालय के रूप में विकसित किया जाएगा डीएम ने निरीक्षण करके परिसर के पेड़ों को संरक्षित करते हुए मार्डन गार्डन के रूप में विकसित करने को कहा। अयोध्या विकास प्राधिकरण की महायोजना 2031 के अनुसार गुप्तार घाट से राजघाट पार्क के निकट परिक्रमा मार्ग तक तटबंध के बगल लगभग 100 फीट चौड़ी फोरलेन सड़क प्रस्तावित है।श्री राम जन्मभूमि को गुप्तार घाट से जोड़ने वाली इस नई सड़क का निर्माण होते ही पर्यटकों व दर्शनार्थियों को शहर की भीषण सड़क जाम की समस्या से भी निजात मिल जाएगा।मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा अपने निरीक्षण के दौरान नया घाट से गुप्तार घाट की नई सड़क तक गए थे। उन्होंने प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग अजय चौहान को इसका सर्वे करा कर कार्रवाई का निर्देश दिया। जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि नया घाट से माझा जमथरा होते हुए गुप्तारघाट तक की सड़क को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। सड़क का एलाइनमेंट भी इस तरह रखा जाएगा कि आगे जरूरत पड़ने पर इसे सिक्स लेन बनाया जा सके।अनुमान है कि मार्च 2024 तक इस सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा।तटबंध के सौदरीकरण, जिसमे घाटों पर पेड़ पौधे व सोलर लाइट लगाना, पक्की सीढ़िया पार्किग ब्लॉक टॉयलेट ब्लॉक आदि के निर्माण के लिए करोड़ों की योजनाएं प्रस्तावित हो चुकी हैं।राजघाट पार्क के निकट लगभग 13 हजार वर्ग मीटर में अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा टेंट सिटी बसाई जाएगी जिसमे फूड जोन, एंटरटेनमेंट जोन, पार्क आदि भी बनाए जाएंगे।कुछ माह पूर्व अयोध्या विकास प्राधिकरण व जिला प्रशासन द्वारा माझा जगधरा गाव के जमीन के रजिस्ट्री पर भी रोक लगा दी गई थी। इसके चलते कई भू स्वामी उच्च न्यायालय की चौखट तक पहुंच गए थे। उच्च न्यायालय के दखल के चलते रजिस्ट्री पर लगी रोक को भी हटा लिया गया। साथ ही अयोध्या विकास प्राधिकरण व आवास विकास परिषद अयोध्या के द्वारा कई भूस्वामियों को एनओसी भी प्रदान की जा चुकी है।हालांकि प्राधिकरण के द्वारा माझा जमथरा को पार्क एवं खुले स्थान के रूप में विकसित करने के लिए रिजर्व किया गया है। परंतु शासन द्वारा जारी विकास प्राधिकरण उप विधि 2022 के प्रावधानों के अनुसार ट्रांसफरेबल डेवलपमेंट राइट्स प्राप्त कर निकट भविष्य में भूस्वामी निर्माण भी कर सकेंगे। जहां बंधे के दक्षिण की ओर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक सुंदरता व सम्पूर्ण विकास के मेल से एक नई अयोध्या बनाने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं बंधे के उत्तर की ओर सरयू नदी में प्राकृतिक रूप से बने टापुओं का भी सौंदरी करण करके अस्थाई पर्यटक स्थल जैसे कि पिकनिक स्पॉट, वाटर स्पोर्ट और अन्य वॉटर एक्टिविटीज, एम्यूजमेंट एक्टिविटीज, अस्थाई रेस्टोरेंट आदि का निर्माण प्राधिकरण के द्वारा किया जाना प्रस्तावित है।
गर्मियों में भी गुप्तार घाट से लेकर नया घाट तक सरयू नदी में लबालब पानी भरा रहे, इसके लिए बहु प्रतीक्षित सरयू बैराज निर्माण का भी सपना साकार होने जा रहा है। योजना का डीपीआर भी बनकर तैयार है। सिंचाई विभाग की अनुसंधान एवं नियोजन शाखा बैराज निर्माण के लिए सरयू नदी का जलस्तर घटने बढ़ने का सर्वे कर चुकी है। पर्यटकों को आकर्षित करने वाले 1200 मीटर लंबे व 7.3 मीटर ऊंचाई वाले इस सरयू बैराज का निर्माण जनवरी 2024 से शुरू हो जाएगा बैराज निर्माण में 2800 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है।