बदलता स्वरूप गोंडा। जनपद न्यायाधीश ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी के आदेश के आलोक में राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी डा0 दीनानाथ अपर जिला जज-द्वितीय की अध्यक्षता में तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गोण्डा के सचिव नितिन श्रीवास्तव, अपर जिला जज/एफटीसी एवं अनुपम शौर्य मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गोण्डा की उपस्थिति में जनपद न्यायालय गोण्डा के समस्त सम्मानित न्यायिक मजिस्ट्रेट की बैठक आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत 09.09.2023 में न्यायालयों पर लम्बित ई-चालानी प्रकरणों एवं अन्य प्रकरणों के अधिकतम निस्तारण के परिप्रेक्ष्य में जनपद न्यायालय गोण्डा के मीटिंग हाल में आहूत की गयी, जिसमें समस्त सम्मानित न्यायिक मजिस्ट्रेट उपस्थित रहे। बैठक में उपस्थित मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गोण्डा द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी को अवगत कराया गया कि जनपद न्यायालय गोण्डा में लम्बित ई चालान प्रकरणों को सम्बन्धित न्यायालयों को अन्तरित कर दी गयी है तथा सम्बन्धित समस्त न्यायालयों द्वारा अब तक कुल 13700 ई-चालान प्रकरणों को आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत 09.09.2023 में निस्तारण हेतु चिन्हित किया गया है, अभी आगे और भी ई चालान प्रकरणों के साथ अन्य प्रकरणों के अधिकाधिक निस्तारण हेतु चिन्हांकन का प्रयास किया जा रहा है। राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी द्वारा बैठक में उपस्थित समस्त सम्मानित न्यायिक मजिस्ट्रेट को आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत दिनांकित-09.09.2023 को सफल बनाने हेतु न्यायालय में लम्बित ई-चालान एवं पिटी अफेन्सेज प्रकरणों का अधिक से अधिक निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया गया तथा यह भी बताया गया कि सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा की सूचना के अनुसार अब तक समस्त मजिस्ट्रेट न्यायालयों द्वारा कुल 14485 प्रकरणों को निस्तारण हेतु नियत किया गया, जिसको और अधिक बढाया जाना आवश्यक है। सम्बन्धित न्यायालयों पर लम्बित ई-चालान प्रकरणों में सम्मन/नोटिस तैयार करने हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा में नियुक्त पराविधिक स्वयं सेवकों को लगाया गया है। बैठक में उपस्थित किसी पीठासीन अधिकारी को न्यायालय में ई चालान नोटिस तैयार करने में असुविधा हो रही है, तो वह तत्काल सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से सम्पर्क करें। तत्पश्चात सचिव द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा में नियुक्त पराविधिक स्वयं सेवकांे को सम्बन्धित न्यायालय पर सम्मन/नोटिस तैयार करने हेतु आदेशित किया जायेगा। आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक ई चालान प्रकरणों के साथ अन्य प्रकरणों के निस्तारण हेतु सम्बन्धित समस्त न्यायालयों के सम्मानित पीठासीन अधिकारीगण का सहयोग आवश्यक है।
