बदलता स्वरूप गोंडा। जनपद न्यायाधीश ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी के निर्देशानुसार फौजदारी पैनल अधिवक्ताओं को आवंटित प्रकरणों की मानीटरिंग एवं मेन्टरिंग के लिये गठित टीम की न्यायालय के मीटिंग हाल में एक बैठक आयोजित की गयी। उक्त मीटिंग, मानीटरिंग एवं मेन्टरिंग कमेटी के अध्यक्ष डा0 दीनानाथ अपर जिला जज द्वितीय की अध्यक्षता में तथा मानीटरिंग एवं मेन्टरिंग कमेटी के सदस्य नितिन श्रीवास्तव अपर जिला जज एवं वरिष्ठ अधिवक्ता राजेन्द्र सिंह खुराना की उपस्थिति में की गयी। बैठक में कार्यरत पैनल अधिवक्ताओं द्वारा बनाये गये रजिस्टर का अवलोकन किया गया तथा उन्हें निर्देश दिया गया कि आप लोग अपने को आंवटित प्रकरणों को न्यायालय स्तर पर पैरवी कर शीघ्र निस्तारण करायें तथा आप को उक्त प्रकरण के सम्बन्ध में अगर किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, तो उसे कमेटी के समक्ष रखें। कमेटी आप की बातों को ध्यानपूर्वक सुनेगी तथा उस पर उचित कार्यवाही करेगी। इसके अतिरिक्त अध्यक्ष द्वारा उपस्थित पैनल अधिवक्ताओं को सम्बोधित करते हुये यह भी कहा गया कि आप सभी पैनल अधिवक्तागण अपने-अपने अभियुक्त एवं उनके परिजन से अवश्य मिलें तथा उन्हें यह विश्वास दिलाये कि उनके प्रकरण की पैरवी वे निःशुल्क कर रहे हैं तथा वे शीघ्र उनके प्रकरण का निस्तारण अधीनस्थ न्यायालयों से करायेंगें। मानीटरिंग एवं मेन्टरिंग कमेटी के सदस्य नितिन श्रीवास्तव द्वारा बैठक में उपस्थित समस्त पैनल अधिवक्तागण को जानकारी देते हुये बताया गया कि जिला कारागार गोण्डा में निरूद्ध किसी विचाराधीन बन्दी द्वारा यदि इस बात की याचना की जाती है कि उसे एक निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जाये, तो उसके प्रकरण की पैरवी हेतु आप पैनल अधिवक्ताओं में से किसी पैनल अधिवक्ता को क्रमानुसार उस विचाराधीन बन्दी का निःशुल्क अधिवक्ता नियुक्त किया जाता है। आप ही को उसकी जमानत, विचारण इत्यादि का कार्य करना होता है। इस कार्य के लिये राज्य प्राधिकरण द्वारा निश्चित रकम निर्धारित की गयी है, जो आपको आपके द्वारा किये गये कार्य हेतु प्रदान की जायेगी। आप सभी पैनल अधिवक्तागण से अपेक्षा है कि आप लोग विचाराधीन बन्दी के प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण कराने का प्रयास करें ताकि उक्त विचाराधीन बन्दी को उसके प्रकरण से मुक्ति मिल सके।
इसी अवसर पर कमेटी के अन्य सदस्य, वरिष्ठ अधिवक्ता राजेन्द्र सिंह खुराना द्वारा पैनल अधिवक्ताओं को सम्बोधित करते हुये कहा गया कि आप अपने-अपने प्रकरणों के निस्तारण हेतु सम्बन्धित न्यायालयों में छोटी-छोटी तिथि लगवायें तथा आप द्वारा प्रत्येक कार्य दिवस पर जो कार्य किया गया है उसका अंकन एक रजिस्टर में करें एवं उसको पीठासीन अधिकारी से सीन करायें तत्पश्चात अग्रिम बैठक के समय उक्त रजिस्टर को कमेटी के समक्ष रखें ताकि यह निर्धारित हो सके कि आप को आंवटित प्रकरण के सम्बन्ध में आप द्वारा कितना कार्य किया गया है। अग्रिम मानीटरिंग एवं मेन्टरिंग कमेटी की बैठक के समक्ष आप सभी अधिवक्तागण अपने-अपने रजिस्टर को लेकर यहां पर उपस्थित आयें। इस मानीटरिंग एवं मेन्टरिंग कमेटी की बैठक में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा में 14 नामित दाण्डिक पैनल अधिवक्ता उपस्थित आये।