हापुड़ काण्ड एवं ग्राम न्यायालय के विरोध में आक्रोशित अधिवक्ताओं ने किया चक्का जाम, जताया विरोध

अतुल श्रीवास्तव

बदलता स्वरूप गोण्डा। ग्राम न्यायालय के स्थापना को लेकर संयुक्त बार एसोसिएशन के आवाहन पर आक्रोशित वकीलों ने ग्राम न्यायालय का किया विरोध, हजारों की संख्या में अधिवक्ताओं का हुजूम दोनों परिसर में घूम घूमकर खूब लगाए प्रदेश सरकार के विरुद्ध मुर्दाबाद के नारे। जबकि पूर्व पदाधिकारियों ने सभा को सम्बोधित करते हुए खूब प्रदेश सरकार को कोसा, जिसकी अध्यक्षता सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उपेन्द्र मिश्रा व जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महाराज कुमार श्रीवास्तव कर रहे थे जबकि आन्दोलन का संचालन महामंत्री जगन्नाथ प्रसाद ने किया, जिसमें हापुड़ में महिला तथा बुजुर्ग वकीलों पर किये बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज को लेकर नाराजगी, पूर्व में वकीलों पर दर्ज मुकदमे वापस होने के साथ ही ग्राम न्यायालय को स्थगित करने की मांग मुख्य रही। जिस समय राजकुमार दूबे, रितेश यादव, गौरीशंकर, मनोज कुमार, मनोज कुमार मिश्रा, लल्ला बाबू, ब्रजेश तिवारी, जीवन लाल शुक्ल, दिनेश कुमार पाण्डेय, सन्तोष, शिवकुमार तिवारी, राजेश दूबे, दीनानाथ त्रिपाठी, संगम लाल दूबे, धनलाल तिवारी, जितेन्द्र सिंह, दीप नारायण, महेश सिंह, चारूचन्द मिश्रा, आलोक तिवारी, आलोक पाण्डेय, राजेन्द्र सिंह खुराना, मोहम्मद शिराज, मुजीबुद्दीन, विजय तिवारी, चन्द्रमणि, आमित शुक्ल समेत हजारों अधिवक्ताओं की मौजूदगी में वकीलों ने खूब लगाए मुर्दाबाद के नारे और सड़क जाम कर दिया प्रदेश सरकार को संदेश।

अपने सम्बोधन में अधिवक्ता संघ ने यह भी कहा कि इस बीच जो भी अधिवक्ता किसी भी मामले की पैरवी करता , रजिस्ट्री दफ्तर में बैनामा व नोटरी करता हुआ पाया गया तो उस अधिवक्ता पर कार्यवाही होना तय। अधिवक्ता संघ ने खुली चुनौती दी और नगर प्रशासन को कहा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती ये आन्दोलन समाप्त नहीं होगा अधिवक्ताओं का आंदोलन चलता रहेगा साथ ही यदि कोई अधिवक्ता कार्य करता पाया गया उसके विरूद्ध संघ द्वारा की जाएगी दंडात्मक कार्यवाही।