हिंदी दिवस पर सुलेख एवं कविता की हुई प्रतियोगिता

बदलता स्वरूप गोंडा। हिन्दी पखवाड़ा एवं हिन्दी दिवस के अवसर पर जनपद न्यायाधीश ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नितिन श्रवास्तव अपर जिला जज द्वारा जनपद न्यायालय गोण्डा के मीटिंग हाल में समस्त कर्मचारी के मध्य सुलेख, निबन्ध एवं कविता की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा दिनांक-14.09.2023 को जनपद न्यायालय गोण्डा के वीडियो कान्फ्रेन्सिंग हाल समस्त सम्मानित न्यायिक अधिकारी के मध्य राजभाषा हिन्दी की महत्ता नामक विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद न्यायाधीश/अधक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय गोण्डा श्रीमती रीता गुप्ता एवं जनपद न्यायालय तथा परिवार न्यायालय गोण्डा के समस्त सम्मानित न्यायिक अधिकारी उपस्थित रहे। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा के सचिव नितिन श्रीवास्तव अपर जिला जज/एफटीसी द्वारा जानकारी देते हुये बताया गया कि हिन्दी हमारी राजभाषा है, हिन्दी को प्रत्येक क्षेत्र में प्रसारित करने के लिये वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितम्बर को प्रतिवर्ष हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत केे अधिकतर क्षेत्रों में ज्यादातर हिन्दी भाषा बोली जाती थी इसलिए हिन्दी को राजभाषा बनाने का भी निर्णय लिया गया और इसी निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने हेतु प्रत्येक 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के अवसर पर तरह-तरह की प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी का आयोजित की जाती है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुये सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक-13.09.2023 को जनपद न्यायालय गोण्डा के मीटिंग हाल में समस्त कर्मचारी के मध्य सुलेख, निबन्ध एवं कविता की एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सुलेख प्रतियोगिता में केन्द्रीय नाजिर विजय यादव एवं अंग्रेजी कार्यालय के अन्य कर्मचारियों के साथ कुल मिलाकर जनपद न्यायालय के 31 कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। इसके अलावा जनपद न्यायालय के प्रभारी मुख्य प्रशासनिक अधिकारी उमाशंकर शुक्ला के साथ-साथ 28 अन्य कर्मचारियों द्वारा कविता एवं निबन्ध लिखा गया।

हिन्दी दिवस के अवसर पर दिनांक-14.09.2023 को समय सायं 04ः30 बजे जनपद न्यायालय गोण्डा के वीडियो कान्फ्रेन्सिंग हाल में राजभाषा हिन्दी की महत्ता पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें जिला न्यायालय गोण्डा एवं परिवार न्यायालय गोण्डा के समस्त सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त संगोष्ठी में जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा श्री ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी, द्वितीय अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्रीमती रीतू नागर, पंचम अपर जिला जज राजेश नरायन त्रिपाठी, षष्टम अपर जिला जज राजबहादुर रामदेव यादव, द्वितीय अपर जिला जज/नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत डा0 दीनानाथ, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रेलवे कृष्ण प्रताप सिंह, सिविल जज सी0डि0 श्रीमती अपेक्षा सिंह, सिविल जज जू0डि0 अनन्या शाह व सिविल जज/एफटीसी नवीन अरूण गौतम ने हिन्दी में कविता, शायरी एवं हिन्दी पर व्याख्यान के माध्यम से अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये।

इस संगोष्ठी में जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा श्री ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी ने सभी सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण को सम्बोधित करते हुये कहा कि सभी सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण अपने आदेशों को हिन्दी में लिखें, जिससे वादकारीगण आपके द्वारा पारित निर्णय को पढ़कर समझ सकें कि आप के द्वारा उक्त वाद में क्या निर्णय पारित किया गया है।