बदलता स्वरूप गोंडा। जिला जज ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी के निर्देश के अनुपालन में राजकीय सम्प्रेक्षण गृह गोण्डा में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन व निरीक्षण तथा उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति द्वारा संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा हेतु वहां पर कार्यरत प्रशिक्षकों की एक बैठक आहूत की गयी, जिसमें जिला प्रोबेशन अधिकारी गोण्डा एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोण्डा को उपस्थित आने हेतु निर्देशित किया गया था, किन्तु तहसील दिवस होने के कारण उक्त अधिकारीगण उपस्थित न आ सके।
जिला प्रोबेशन अधिकारी गोण्डा ने अपनी अनुपस्थिति में बाल सरंक्षण अधिकारी चन्द्रमोहन वर्मा को उक्त बैठक मे सम्मिलित होने हेतु आदेशित किया, जो कि उक्त बैठक में उपस्थित आये। विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर में उपस्थित राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर), गोण्डा के अधीक्षक संतोष कुमार दूबे द्वारा सचिव को अवगत कराया गया कि आज कुल 59 किशोर राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर), गोण्डा मे रह रहे हैं, जिनमे से जनपद गोण्डा के 22 किशोर, जनपद बहराइच के 23 किशोर, जनपद बलरामपुर के 06 किशोर, जनपद श्रावस्ती के 07 किशोर तथा जनपद बस्ती का 01 किशोर हैं। विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर के दौरान सचिव द्वारा किशोरांे को शिक्षा के अधिकार, मौलिक कर्तव्य, समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारियां एवं आधुनिक भारत में किशोरों द्वारा भारत के नव निर्माण में दिये जा रहे योगदान के बारे में अवगत कराया गया। इसी शिविर में सचिव द्वारा किशोंरों को सम्बोधित करते हुये बतलाया गया कि यहां पर आप लोगों की शिक्षा हेतु बेसिक शिक्षा विभाग से 02 अध्यापकों की नियुक्ति की गयी है, जिनके द्वारा आप को शिक्षा-दीक्षा दी जाती है। आप समस्त किशोर मन लगाकर पढाई करें ताकि आपकी पढाई छूटने न पाये तथा जब आप यहां से जमानत पर अथवा दोषमुक्त के पश्चात रिहा हों, तब आप अपनी आगे की पढाई जारी कर सकें। आप लोगों के लिये कौशल विकास प्रशिक्षण संस्थान की तरफ से कम्प्यूटर एवं एलईडी बनाने की शिक्षा दी जा रही है। इसको आप ध्यान पूर्वक ग्रहण करें ताकि यहां से निकलने के पश्चात आप अपना कोई स्वरोजगार अथवा नौकरी कर सकें, जिससे कि आपके परिवार का पालन पोषण हो सके। सचिव द्वारा आज दिनांक-16.09.2023 को कार्यालय निरीक्षण के दौरान कुछ किशोरों की पत्रावलियों का अवलोकन किया गया, जिसके अवलोकन से विदित हुआ कि उक्त पत्रावली में किशोर का जीवनवृत्त का कोई विवरण नही है। सचिव द्वारा अधीक्षक संतोष कुमार दूबे को आदेशित किया गया कि पत्रावली में किशोरों के जीवनवृत्त का अविलम्ब अंकन किया जाये। सचिव द्वारा कमरों का भी निरीक्षण किया गया, कमरे साफ-सुथरे थे तथा चद्दरें भी साफ थीं। रसोईघर एवं प्रसाधन कक्ष में अत्यधिक गन्दगी थी, जिसकी सफाई हेतु अधीक्षक राजकीय सम्प्रेक्षण गृह गोण्डा को आदेशित किया गया। ऊपरी तल पर स्थित किशोरों के शिक्षण कक्ष में भी गन्दगी थी, जिसकी सफाई हेतु अधीक्षक को आदेशित किया गया। शिक्षण कक्ष में रोशनी की पर्याप्त सुविधा नही थी, जिसके लिये अधीक्षक को अधिक मात्रा में एलईडी राड एवं एलईडी बल्ब लगाने के लिये आदेशित किया गया।
सचिव द्वारा राजकीय सम्प्रेक्षण गृह गोण्डा में माननीय उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति द्वारा संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक हेतु वहां पर कार्य कर रहे प्रशिक्षकों, जो कि निम्नवत् है:- योगा टीचर शिवेन्द्र सिंह, कौशल विकास के ओर से आकाश तिवारी, शिक्षा एवं परामर्श राखाराम गुप्ता एवं राजवर्धन श्रीवास्तव, स्काउट टीचर गणेश कुमार गुप्ता, स्पोर्ट एवं गार्डनिग टीचर रमाकान्त वर्मा एवं डांस टीचर सुधीर कुमार मिश्र की एक बैठक ली। उक्त बैठक में प्रशिक्षकों द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा किशोरों को किन-किन चीजों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा राजकीय सम्प्रेक्षण गृह गोण्डा के कितने किशोरों द्वारा उक्त प्रशिक्षण में भाग लिया जा रहा है। इस दौरान सचिव द्वारा कुछ किशोरांे से सीखे हुये प्रशिक्षण की प्रस्तुत करने के लिये कहा गया, जिस पर कुछ किशोंरो द्वारा योगा, चार्ट पेपर, कहानी इत्यादि का प्रस्तुतीकरण किया। तत्पश्चात सचिव द्वारा उक्त प्रशिक्षकों को प्रेरित करते हुये और अधिक लगन से किशोरों को प्रशिक्षित करने हेतु प्रशिक्षकों को निर्देशित किया गया तथा किशोरों को भी समझाया गया कि यहां पर प्रशिक्षकों द्वारा दिये जा रहे प्रशिक्षणों में आप अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित हों।
आज के विधिक साक्षरता शिविर एवं निरीक्षण के दौरान राजकीय सम्प्रेक्षण गृह के केयर टेकर रमाशंकर कनौजिया, अशरफी लाल, अंशकालिक रसोइया संजीव कुमार, होमगार्ड इन्द्रदेव द्विवेदी, गंगाराम तिवारी, रामसुन्दर शुक्ल, रमेशचन्द्र शुक्ल, कृष्णदेव दूबे, रामेश्वर सैनी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा के लिपिक मुकेश कुमार वर्मा एवं ए0डी0आर0 के कनिष्ठ लिपिक कन्हैया लाल तिवारी उपस्थित रहे।