बदलता स्वरूप गोंडा। पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने महिला एंव बाल सुरक्षा संगठन के तहत महिला सहायता प्रकोष्ठ, अपराध शाखा, प्रार्थना पत्र प्रकोष्ठ, समस्त पेशी के कर्माचरीगण, व थानों से आये हुए अधिकारी/कर्मचारीगणों के साथ गोष्ठी की। जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक ने महिला एवं बाल अपराधों को गम्भीरता से लेते हुए उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारीगण को विस्तृत से जानकारी दी कि महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन एक ऐसा संगठन है जो अपराध को रोकने और महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक सुरक्षित परिस्थिति की तंत्र प्रदान करने का प्रयास करता है। यह राज्य में महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण प्रदान करने में मदद करता है। जिसका उद्देश्य महिला सम्मान प्रकोष्ठ, महिला सहायता प्रकोष्ठ और 1090 महिला पावर लाइन जैसी विभिन्न इकाइयों को एक एडीजी रैंक अधिकारी के साथ एक आम मंच के तहत काम करना है। ताकि महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाना सुनिश्चित किया जा सके।
डब्ल्यूसीएसओ थाना स्तर पर महिला अधिकारों के बड़े पैमाने पर प्रचार और प्रसार के माध्यम से जनता का विश्वास सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और नागरिक समाज के बीच एक पुल के रूप में कार्य करता है। संगठन सामान्य, सार्वजनिक और साथ ही कार्यस्थलों पर यौन उत्पीड़न के संबंध में लड़कियों/महिलाओं के बीच सेमिनार और कार्यशालाओं के माध्यम से जागरूकता पैदा करके महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए सार्थक कदम उठाने का प्रयास करेगा।
इस प्रकार के अपराधों में एफआईआर पंजीकरण, पीडिता का उपचार, आरोपी की पहचान, घटना स्थल से भौतिक साक्ष्यों का संग्रह, तेजाब खरीद मामले की जाँच, इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों की स्वीकार्यता, मेडिकल रिपोर्ट व पीडिता के मुआवजा के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी।
गोष्ठी के दौरान क्षेत्राधिकारी सदर शिल्पा वर्मा, अन्य प्रभारी एवं कार्यालयों व थानों से आये हुए अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।