मुख्यमंत्री स्वदेशी गो संवर्धन योजना में मिलेगा 80 हजार का अनुदान – डीएम

बदलता स्वरूप गोण्डा। शुक्रवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में नन्द बाबा दुग्ध मिशन के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उप दुग्धशाला विकास अधिकारी ने बताया कि जनपद में “नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत तीन योजनाएं लागू हैं। जनपद में मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना योजना, मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना और प्रारम्भिक दुग्ध सहकारी समितियों के गठन की योजना संचालित है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के अन्तर्गत अधिकतक 80 हजार का अनुदान दिया जायेगा। प्रथम चरण में यह योजना देवीपाटन मण्डल के गोण्डा जनपद में संचालित की गई है। इसमें अन्य प्रदेश से उन्नत नस्ल की स्वदेशी गायों (गिर साहीवाल थानपारकर, गंगातीरी एवं हरियाणा प्रजाति) के क्रय पर 80 हजार का अनुदान दिया जायेगा। महिला दुग्ध उत्पादकों को 50 प्रतिशत वरीयता दी जायेगी । क्रय की जाने वाली गाय प्रथम द्वितीय एवं तृतीय ब्यांत की होनी चाहिए। मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत प्रदेश में उच्च गुणवत्ता एवं उत्पादकता वाली स्वदेशी नस्ल की गायें को पालन की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करना। योजना स्वदेशी नस्ल की गाय यथा गिर साहीवाल, हरियाणा, गंगातीरी एवं थारपारकर प्रजातियों पर लागू होगी। एक गाय की उच्च उत्पादकता हेतु उसके जीवनकाल में केवल एक बार इस योजना के अन्तर्गत प्रोत्साहन का लाभ पशुपालक को दिया जायेगा। यह योजना गायों के प्रथम द्वितीय एवं तृतीय ब्यांत के लिए ही लागू होगी। प्रगतिशील पशुपालक का अधिकतम 02 गायों के लिए केवल एक बार इस योजना का लाभ देय होगा। प्रगतिशील पशुपालकों को प्रोत्साहित करने हेतु पशुपालकों को चयनित कर 10 हजार से 15 हजार प्रति गाय की दर से नगद पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। साहीवाल गाय, गिर गाय एवं थारपारकर गाय हेतु 08 से 12 किग्रा0 तक दस हजार एवं 12 किग्रा से अधिक 15 हजार एवं हरियाणा गाय हेतु 07 से 10 किग्रा तक दस एवं 10 किग्रा से अधिक 15 हजार तथा गंगातीरी हजार गाय हेतु 07 से 08 किग्रा तक दस हजार एवं 8 किग्रा से अधिक 15 हजार प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। आवेदन प्रारम्भ की तिथि 18 सितंबर एवं आवेदन की अन्तिम तिथि 17 अक्टूबर है। तीसरी योजना प्रारम्भिक दुग्ध सहकारी समितियों के गठन की योजना है। इस योजना के अन्तर्गत जनपद के प्रत्येक विकास खण्ड में एक-एक दुग्ध समिति का गठन किया जायेगा।

उन्होंने बताया की समस्त योजनाओं आवेदन पत्र का प्रारूप एवं सम्बन्धित शासनादेश विभागीय पोर्टल पर तथा सम्बन्धित जनपद के मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी उप दुग्धशाला विकास अधिकारी महाप्रबन्धक दु उत्पादक सहकारी संघ लि0, अयोध्या रोड गोण्डा एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के कार्यालय में सम्पर्क किया जा सकता है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी महोदया, जिला विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी उप दुग्धशाला विकास अधिकारी तथा महासंघ गोण्डा भी उपस्थित रहे।