ग्राम पंचायत से 31 जनवरी, क्षेत्र पंचायत से 29 फरवरी, जिला पंचायत से 31 मार्च तक अनुमोदित योजनाओं को करें अपलोड-डीएम
बदलता स्वरूप गोण्डा। डीएम नेहा शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत विकास योजना के अंतर्गत जनपद स्तरीय क्रियान्वयन एवं सामान्य समिति की बैठक संपन्न हुई। जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दूबे ने बैठक का संचालन करते हुए अवगत कराया कि ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत भारत सरकार के द्वारा गरीबी मुक्त और आजीविका उन्नत गांव, स्वस्थ गांव, बाल हितेषी गांव, पर्याप्त जल युक्त गांव, स्वच्छ एवं हरित गांव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाला गांव, सामाजिक रूप से न्याय संगत एवं सुरक्षित गांव, सुशासन वाला गांव एवं महिला हितेषी गांव सहित 9 थीम निर्धारित की गई हैं, जिनके अनुरूप ही प्रत्येक ग्राम पंचायत को अपनी थीम निर्धारित करते हुए कार्य योजना तैयार करनी है। बैठक में डीएम ने कहा कि – गांधी जी का कहना था कि आजादी का अर्थ व्यक्तियों की आजादी होनी चाहिए, हर गांव में अपना प्रजातंत्र हो उनके पास पूरी सत्ता और ताकत हो। यह तभी संभव होगा जब हर गाँव अपने पैरों पर खड़ा हो, अपनी जरूरतों का आंकलन एवं अपनी सत्ता का संचालन स्वयं करे। यह एक ऐसे समाज की संकल्पना है, जो पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर हो। तभी देश में सच्चे अर्थों में ग्राम स्वराज शब्द सार्थक होगा। लेकिन इस सबके लिए जरूरी है जमीनी स्तर पर एक बेहतर योजना का निर्माण किया जाए, जिसमें आम लोगों की भी भागीदारी हो। जिलाधिकारी ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिए कि शासनादेश में दी गई व्यवस्था के अनुसार ग्राम पंचायत में थीम का निर्धारण करते हुए कार्य योजना तैयार कराई जाए।
इसके अलावा ग्राम प्रधानों से वार्ता करते हुए थीम का निर्धारण कर थीम से संबंधित विभागीय अधिकारी को नामित कर दिया जाए, ताकि निर्धारित की गई थीम को लेकर जो कार्य योजना तैयार की जा रही है उसको मानकों के अनुरूप तैयार किया जा सके।जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्राम सभा से अनुमोदित कार्य योजना को आगामी 31 जनवरी तक, क्षेत्र पंचायत से अनुमोदित कार्य योजना को आगामी 29 फरवरी व जिला पंचायत से अनुमोदित कार्य योजना को आगामी 31 मार्च तक ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर अपलोड कर दी जाए। इस महत्वपूर्ण बैठक में जनप्रतिनिधियों में ग्राम प्रधान, जिला विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी पंचायत और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।